Bengal news, Kolkata news : कोलकाता : JEE और NEET की परीक्षा स्थगित करने की मांग पर कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी (Sonia Gandhi), बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee), झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) सहित अन्य विरोधी दल के मुख्यमंत्रियों को एकजुट होने पर भाजपा (BJP) ने हमला बोला है. पार्टी नेताओं ने इस वर्चुअल मीटिंग को अस्तित्व रक्षा के लिए स्वार्थ का गठबंधन बताया. साथ ही कहा कि यह देशहित में नहीं, बल्कि स्वार्थ हित का गठबंधन है.
भाजपा के महासचिव व प्रदेश भाजपा के केंद्रीय प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) ने कहा कि विपक्षियों का अपने स्वार्थ के कारण कभी भी गठबंधन हो जाता है और कभी भी एक- दूसरे के लिए खिलाफ खड़े हो जाते हैं. यह स्वार्थ का गठबंधन देशहित में नहीं है. अपने आप को जब कमजोर समझते हैं, तो हाथ मिला लेते हैं. इस प्रकार का गंठबंधन देशहित में हो, तो देश का फायदा होगा. अपने स्वार्थ के लिए गठबंधन होगा, तो देशहित में नहीं होगा.
केंद्रीय राज्य मंत्री देवश्री चौधरी ने बैठक पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह कोई मुद्दा नहीं है. विपक्षी पार्टियों को अपना अस्तित्व बचाने के लिए कुछ न कुछ करना होगा. इसलिए अपना अस्तित्व बचाने के लिए सभी एकत्रित होने का नाटक कर रहे हैं. JEE और NEET के बारे में 80 फीसदी छात्र एवं अभिभावक चाहते हैं कि परीक्षा हो.
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इनका कहना है कि कितने दिन तक बच्चे पढ़ते रहेंगे तथा एक शैक्षणिक वर्ष भी नष्ट हो जायेगा. अगर विपक्ष मुद्दा बनाना चाहते हैं, तो क्या किया जाये? सारे मामले में राजनीति नहीं होनी चाहिए.
उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि विपक्ष को कुछ न कुछ करना होगा. 5 महीना हो गया है. इनका कोई अस्तित्व दिखायी नहीं दे रहा है. देश और विदेश को नरेंद्र मोदी एवं उनकी टीम संभाल रही है. विपक्ष जिंदा है. उसे दिखाने की भी जरूरत है. इसलिए छात्रों के मुद्दे को लेकर एकजुट होने की कोशिश कर रहे हैं. अपने अस्तित्व को बचाने की कोशिश कर रहे हैं. छात्रों के भविष्य की सुरक्षा की मांग कर रहे हैं, जबकि वास्तव में वे उनके खिलाफ बात कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह बच्चों के भविष्य का मामला है. इसमें राजनीति नहीं होनी चाहिए.
Posted By : Samir Ranjan.