कोलकाता : भारत-बांग्लादेश सीमा पर चल रही पशु तस्करी के मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक कमांडेंट को गिरफ्तार किया है. पशु तस्करी में संलिप्तता की वजह से सीबीआइ ने उन्हें छत्तीसगढ़ के रायपुर से गिरफ्तार किया. छत्तीसगढ़ में पदस्थ सीमा सुरक्षा बल के कमांडेंट का नाम सतीश कुमार है.
सतीश कुमार को सीबीआइ ने मंगलवार को पशु तस्करी के मामले में पूछताछ के लिए कोलकाता तलब किया था. यहां कई घंटे की पूछताछ के बाद सीबीआइ ने सतीश कुमार को गिरफ्तार कर लिया. सीबीआइ के सूत्र ने कहा, ‘सतीश कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है. दो महीने पहले उनके खिलाफ एक मामला दर्ज किया गया था.’
सितंबर में सीबीआइ अधिकारियों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पशु तस्करी के मामले में कोलकाता समेत पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों में छापामारी की थी. उस समय बीएसएफ कमांडेंट के घर पर भी छापा मारा गया था. सूत्रों ने कहा कि बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर में 36वीं बटालियन के कमांडेंट रहे सतीश कुमार और तीन अन्य पर पशु तस्करी के सिलसिले में मामला दर्ज किया गया था.
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इस बारे में जब दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के एक वरिष्ठ बीएसएफ अधिकारी से संपर्क किया गया, तो उन्होंने कहा, ‘सतीश कुमार को तीन साल पहले 36वीं बटालियन से ट्रांसफर कर दिया गया था. अब वह रायपुर, छत्तीसगढ़ के नक्सली इलाके में तैनात हैं.’
सतीश कुमार के साथ इस मामले में इनामुल हक समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया. सीबीआइ ने 6 नवंबर को नयी दिल्ली में हक को गिरफ्तार किया था. दिल्ली की एक अदालत ने उसे अंतरिम जमानत दे दी और 9 नवंबर को कोलकाता में सीबीआइ के समक्ष पेश होने को कहा था.
वह एजेंसी के दफ्तर पहुंचा और दावा किया कि उसे कोविड-19 संक्रमण का संदेह है, जिसके बाद अधिकारियों ने उसे 24 नवंबर को आने को कहा. इनामुल हक को इससे पहले सीबीआइ ने वर्ष 2018 में कथित तौर पर बीएसएफ के एक और कमांडेंट को रिश्वत देने के मामले में गिरफ्तार किया था और वह उस मामले में जमानत पर है.
Posted By : Mithilesh Jha