कोलकाता (नवीन कुमार राय) : पश्चिम बंगाल की राजनीति में अब नया सिलसिला शुरू हुआ है. चार्टड प्लेन पॉलिटिक्स का. भाजपा इसके जरिये तृणमूल कांग्रेस के खेमे में सेंधमारी करने में जुट गयी है. इसकी बानगी भी दिखने लगी है. ममता बनर्जी की पार्टी के कम से कम तीन विधायक रविवार (31 जनवरी) को हावड़ा जिला में स्मृति ईरानी की जनसभा में भाजपा का दामन थामेंगे.
उत्तरपाड़ा के तृणमूल कांग्रेस के विधायक प्रबीर घोषाल, डोमजूर के विधायक और राज्य के पूर्व वन मंत्री राजीव बंद्योपाध्याय और बाली की विधायक वैशाली डालमिया व हावड़ा के पूर्व मेयर रथिन चक्रवर्ती चार्टर्ड प्लेन से दिल्ली गये थे.
राजीव बनर्जी के लिए दिल्ली से विशेष विमान भेजा गया था. दिल्ली में इन लोगों ने अमित शाह से मुलाकात की. इसके बाद तय हुआ कि सभी विधायक रविवार को डुमुरजला स्टेडियम में आयोजित विशाल कार्यक्रम में भाग लेंगे और उसी सभा में भाजपा का झंडा थामेंगे.
Also Read: ममता बनर्जी की बैठक में नहीं आये उत्तरपाड़ा के विधायक प्रबीर घोषाल, भाजपा में जाने की अटकलें तेज
बंगाल के पूर्व वन मंत्री राजीव बनर्जी के साथ वैशाली डालमिया, प्रबीर घोषाल, हावड़ा के पूर्व मेयर रथिन चक्रवर्ती और रानाघाट के पूर्व मेयर पार्थ सारथी चटर्जी भी दिल्ली गये थे. अमित शाह को शुक्रवार की देर रात 11 बजे कोलकाता पहुंचना था.
इस्राइली दूतावास के सामने विस्फोट की वजह से उनका कार्यक्रम रद्द हो गया. योजना थी कि रविवार को हावड़ा जिला के डुमरजला में राजीव बनर्जी केंद्रीय गृह मंत्री एवं भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के हाथों से भगवा झंडा थामेंगे.
लेकिन, इस्राइली दूतावास के बाहर विस्फोट के बाद अमित शाह का दौरा रद्द हो गया. फिर शनिवार सुबह राजीव बनर्जी को अमित शाह का फोन आया. इसके बाद तृणमूल छोड़कर भाजपा में शामिल होने की इच्छा रखने वाले नेताओं के लिए दिल्ली से चार्टर्ड फ्लाइट भेजा गया.
हालांकि, यह भी पता चला है कि दिल्ली जाने वाले तृणमूल के सभी बागी नेता शनिवार को ही कोलकाता लौट आयेंगे. रविवार को स्मृति ईरानी की उपस्थिति में रविवार को हावड़ा के डुमुरजला में आयोजित होने वाली सभा में ये सभी नेता भाग ले सकते हैं. खबर है कि अमित शाह वर्चुअली हावड़ा की रैली को संबोधित कर सकते हैं.
यहां बताना प्रासंगिक होगा कि तृणमूल कांग्रेस के बागी नेता शुभेंदु अधिकारी की राह पर चल रहे हैं. शुभेंदु ने 19 दिसंबर को अमित शाह के हाथों से भाजपा का झंडा लिया था. राजीव, वैशाली, प्रबीर व रथिन भी उसी रास्ते पर हैं.
Also Read: Bengal Chunav 2021: 7 फरवरी को बंगाल यात्रा पर आयेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
राजनीति के जानकारों का मानना है कि राजीव के लिए चार्टर्ड प्लेन भेजने का मकसद यह संदेश देना है कि भाजपा में शामिल होने वाले अन्य दलों के नेताओं को कितना महत्व दिया जाता है. यह एक तरह से अन्य नेताओं के लिए भी संदेश है, जो तृणमूल से नाराज हैं, लेकिन भाजपा में शामिल होने को लेकर उहापोह की स्थित में हैं.
Posted By : Mithilesh Jha