कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 से पहले ममता बनर्जी ने नंदीग्राम में सोमवार को शक्ति प्रदर्शन किया, तो कोलकाता से शुभेंदु अधिकारी ने प्रदेश की मुख्यमंत्री और उनकी पार्टी पर जोरदार हमला किया. उन्होंने कहा कि बिहार के ‘ठेकेदार’ को बंगाल में लाकर उससे बुद्धि उधार ली जा रही है.
दरअसल, बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने प्रशांत किशोर को अपना चुनावी रणनीतिकार नियुक्त किया है. कहा जा रहा है कि बंगाल चुनाव में लगातार तीसरी बार जीत दर्ज करने के लिए प्रशांत किशोर की कंपनी आईपेक को तृणमूल कांग्रेस ने 400 करोड़ रुपये में हायर किया है.
हाल के दिनों में तृणमूल कांग्रेस छोड़ने वाले कई बड़े नेताओं ने प्रशांत किशोर की कार्यशैली पर नाराजगी जतायी. पीके के नाम से मशहूर प्रशांत किशोर को जब ममता बनर्जी ने फटकार लगायी, तो उन्होंने कहा कि दागी छवि के लोग केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई के डर से तृणमूल कांग्रेस छोड़ रहे हैं. साथ ही उन्हें चुनाव में हार का डर भी सता रहा है.
प्रशांत किशोर उर्फ पीके वही शख्स हैं, जिन्होंने वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की चुनावी रणनीति बनायी थी. इसके बाद उन्होंने बिहार में लालू प्रसाद यादव की राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के लिए रणनीति बनायी.
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नरेंद्र मोदी की अगुवाई में हुए वर्ष 2014 के आम चुनावों में भाजपा को जबर्दस्त विजय मिली थी. इसी तरह बिहार में राजद-जदयू गठबंधन ने भाजपा एवं उसके सहयोगी दलों को बुरी तरह से पराजित कर दिया था. हालांकि, उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन को वह जीत नहीं दिला पाये थे.
Posted By : Mithilesh Jha