कोलकाता : Covid-19 केंद्रीय टीम के बंगाल आने और लॉकडाउन के उल्लंघन का विपक्ष के आरोपों पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पलटवार किया है. ममता बनर्जी ने कहा कि वह रास्ते पर उतरकर लोगों को जागरूक करेंगी व उनकी तकलीफों को दूर करेंगी. ऐसे में अगर उन्हें कोरोना होता है तो हो जाए. वह कोरोना से डरती नहीं हैं. हालांकि, लॉकडाउन के दौरान लोगों को घरों से बाहर नहीं निकलने और उसका पालन करने की हिदायत भी दी है.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रोजाना की भांति गुरुवार को भी विभिन्न इलाकों का दौरा करके लोगों को जागरूक किया. गुरुवार को वह मौलाली और बेहाला इलाके में गयीं. अपनी गाड़ी में बैठे-बैठे उन्होंने लोगों से घरों में रहने की अपील की. मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने लॉकडाउन लगाया है, वह समझ रही हैं कि इससे लोगों को तकलीफ हो रही है, लेकिन इसका पालन जरूरी है.
बुधवार को बंगाल प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर सड़क पर उतरकर लॉकडाउन तोड़ने और ड्रामा करने का आरोप लगाया था. आरोप था कि मुख्यमंत्री न सिर्फ मुख्यमंत्री सड़कों पर उतर कर लॉकडाउन नियमों का उल्लंघन कर रही है, बल्कि आमलोगों को प्रेरित भी कर रही है. श्री घोष साल्टलेक स्थित अपने आवास पर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री पर आरोप लगाये थे. श्री घोष का कहना था कि मुख्यमंत्री लॉकडाउन का उल्लंघन इसलिए कर रही है, ताकि केंद्रीय टीम के आने पर उनकी पोल न खुल जाये.
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विपक्ष के आरोप के बीच गुरुवार को मुख्यमंत्री विभिन्न इलाकों का दौरा कर लोगों को कोरोना महामारी से बचने के उपाय लोगों को बता रही है. केंद्र और ममता बनर्जी के बीच तनातानी जगजाहिर है. कभी ममता बनर्जी केंद्र पर निशाना साधती है, तो कभी विपक्ष उसपर पलटवार कर रहा है. अब तो विदेशों में रह रहे बंगाल के डॉक्टर्स, मेडिकल रिसर्चर्स एवं इसी पेशे से जुड़ी नामी हस्तियों ने भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखकर राज्य में Covid-19 कीकम जांच व आंकड़े में फेरबदल का आरोप लगाया है.