कोलकाता: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में बड़ों की लापरवाही अब बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं पर भारी पड़ने लगी है. राज्य के सबसे बड़े सरकारी मैटरनिटी हॉस्पिटल में शुमार चित्तरंजन सेवा सदन एवं शिशु सदन (Chittaranjan Seva Sadan and Sishu Sadan Hospital) में नये मरीजों की भर्ती पर रोक लगा दी गयी है. दरअसल, इस अस्पताल के 70 फीसदी चिकित्सक, नर्स व अन्य स्वास्थ्यकर्मी कोरोनावायरस (Coronavirus) से संक्रमित हो चुके हैं.
चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मियों के संक्रमित होने के कारण अस्पताल प्रबंधन ने नये मरीजों की भर्ती पर रोक लगा दी है. इस संबंध में अस्पताल की ओर से राज्य स्वास्थ्य विभाग को जानकारी दे दी गयी है. अस्पताल की ओर से जारी विज्ञाप्ति में कहा गया है कि फिलहाल 4 जनवरी तक अस्पताल में नये मरीजों को एडमिट नहीं किया जायेगा.
आउटडोर में भी सिर्फ बहुत ज्यादा बीमार प्रसूताओं और मरीजों की ही चिकित्सा होगी. इसके साथ ही अस्पताल ने स्वास्थ्य विभाग से चिकित्सक और अन्य स्वास्थ्यकर्मी उपलब्ध कराने की मांग की है, ताकि अस्पताल में चिकित्सा परिसेवा को बहाल किया जा सके.
गौरतलब है कि वैक्सीन की दोनों खुराक लेने के बावजूद कोलकाता के सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर कोरोनावायरस से संक्रमित हो रहे हैं. अब तक 300 से अधिक चिकित्सक कोरोना के संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं. राज्य में भी कोरोना पीड़ितों की संख्या तेजी से बढ़ने लगी है.
चित्तरंजन सेवा सदन एवं शिशु सदन की गिनती पश्चिम बंगाल के सबसे बड़े सरकारी मैटरनिटी हॉस्पिटल में होती है. यहां राज्य के कोनो-कोने से गर्भवती महिलाएं इलाज के लिए आती हैं. देश के अन्य राज्यों से भी गर्भवती महिलाएं और छोटे बच्चों का इलाज करवाने के लिए लोग आते हैं.
पूरे प्रदेश में सोमवार को कोविड-19 के 6,078 नये मामले आये. यह आंकड़े एक दिन पहले यानी रविवार के संक्रमितों की तुलना में कम हैं, लेकिन ये संख्या डराने वाले हैं. रविवार को जितने संक्रमित मिले थे, उससे 75 कम संक्रमित सोमवार को मिले. रविवार के संक्रमण के 6153 मामले आये थे. इसके साथ ही संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 16,55,228 पहुंच गयी है.
स्वास्थ्य विभाग ने एक बुलेटिन में कहा है कि पिछले 24 घंटे में इस महामारी से 13 और लोगों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या 19,794 पर पहुंच गयी है. राज्य में रविवार से लेकर अब तक विभिन्न अस्पतालों से 2,917 लोगों को छुट्टी दी गयी है. उधर, स्वास्थ्य सेवा निदेशक डॉ अजय चक्रवर्ती ने बताया कि राज्य में ओमिक्रॉन के कुल 20 मामले आयेहैं, जिसमें 6 लोग ठीक हो चुके हैं. राज्य में अभी ओमिक्रॉन के कुल 14 ऐक्टिव केस हैं.
Posted By: Mithilesh Jha
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.