Corona Vaccine Politics in Bengal: कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में लोगों को मुफ्त में कोरोना वैक्सीन लगाने की घोषणा करके इसका श्रेय लेने की कोशिश की, तो भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने उन पर कटाक्ष किया. पूछा कि क्या इस टीका का आविष्कार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने किया है? वहीं, बंगाल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने ममता की इस घोषणा को ‘चुनावी रिश्वत’ करार दिया.
पश्चिम बंगाल के पंचायती राज मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने कहा कि वैक्सीन का श्रेय कौन ले रहा है, यह बहस बेमानी है. राज्य सरकार यदि इसका श्रेय लेना भी चाहती है, तो वह भी केंद्र की तरह एक चुनी हुई सरकार है. काम करेगी, तो उसका श्रेय भी लेगी ही. उन्होंने कहा कि भाषण देने से कुछ भी हासिल नहीं होता. इस तरह बंगाल में कोरोना वैक्सीन पहुंचने से पहले ही कोरोना वैक्सीन पर राजनीति (Corona Vaccine Politics in Bengal) शुरू हो गयी है.
रविवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक चिट्ठी लिखकर बताया कि राज्य सरकार लोगों को मुफ्त में कोरोना वैक्सीन देना चाहती है. इस संबंध में उन्होंने सभी जिलों की पुलिस और स्वास्थ्य अधिकारियों को पत्र लिखा. उन्होंने चिट्ठी में लिखा है, ‘अत्ंयत खुशी के साथ बताना चाहती हूं कि राज्य के सभी लोगों तक वैक्सीन पहुंचाने की व्यवस्था की गयी है. सबसे पहले कोरोना वरियर्स को टीका लगाया जायेगा.’
मुख्यमंत्री की इसी चिट्ठी पर बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कटाक्ष किया है. उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले ही कह दिया है कि देश की 135 करोड़ जनता को मुफ्त में टीका लगाया जायेगा. इसके बाद कौन बच गया? मुख्यमंत्री इसकी भी चोरी कर रही हैं. इसके पहले चावल से लेकर मकान तक की चोरी कर चुकी हैं. अब टीका की चोरी कर रही हैं. क्या मुख्यमंत्री ने टीका का आविष्कार किया है?’
बंगाल भाजपा के आइटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने भी ट्वीट करके ममता बनर्जी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि 3 करोड़ कोरोना योद्धा को मुफ्त में टीका दे रही है नरेंद्र मोदी की सरकार और श्रेय लेने की कोशिश कर रही हैं ममता बनर्जी. उन्होंने ममता को पीसी कहकर संबोधित करते हुए आगे लिखा है कि कोरोना से मुकाबले के वक्त उन्होंने मुश्किलें खड़ी की. डॉक्टर से लेकर पुलिस तक ने उनके इस व्यवहार का विरोध किया था.
Pishi was a disaster when it came to managing Covid. From doctors to policemen, everyone protested against Chief Minister’s apathy.
But now that the center has announced free priority vaccination for 3 crore frontline workers across the country, Pishi is rushing to take credit. pic.twitter.com/TMRBXan2XN
— Amit Malviya (@amitmalviya) January 10, 2021
भाजपा के सांसद और केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने भी ममता को आड़े हाथ लिया. उन्होंने ट्वीट किया, ‘केंद्र सरकार पहले ही कह चुकी है कि देश के लोगों को मुफ्त में टीका लगाया जायेगा. अब देखिए, दीदी ने इस पर भी राजनीति शुरू कर दी है. झूठ बोलने की बजाय उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि जिस तरह से उनकी सरकार में चावल की चोरी हुई, उसी तरह टीका की भी चोरी न हो जाये.’
কেন্দ্রীয় সরকার আগেই পুরো দেশের মানুষেকে বিনামূল্যে ভ্যাকসিন দেওয়ার কথা ঘোষণা করেছে আর এখানে দেখুন দিদি @MamataOfficial তা নিয়ে রাজনীতি শুরু করে দিয়েছেন•অসত্য কথা না বলে ওনার উচিত চাল-চুরির মতো টিকা-চুরি যাতে না হয় তা দেখা @BJP4India https://t.co/ldzhjsSimt
— Babul Supriyo (@SuPriyoBabul) January 10, 2021
ममता के इस खत को पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने ‘चुनावी रिश्वत’ करार दिया है. उन्होंने कहा, ‘मैं तो कहता हूं कि देश के सभी लोगों को मुफ्त में टीका लगना चाहिए. अभी चुनाव सामने है. मुख्यमंत्री सभी लोगों को चुनाव का उपहार दे रही हैं. हालांकि, मैं इसे ‘चुनावी घूस’ कहूंगा.’
Posted By : Mithilesh Jha