कोलकाता : पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में मेडिकल बैंक लोगों को कोरोना वायरस के बारे में लगातार जागरूक कर रहा है. इसके लिए इस स्वयंसेवी संस्था ने एक एंबुलेंस को रवाना किया है, जो विभिन्न इलाकों में घूम-घूम कर लोगों को कोरोना वायरस के खतरे के बारे में आगाह कर रहा है. उन्हें बता रहा है कि लॉकडाउन का पालन करना क्यों जरूरी है.
मेडिकल बैंक के सचिव डी आशीष स्वयं इस एंबुलेंस के साथ जाते हैं और लोगों को कोरोना वायरस के बारे में विस्तार से बताते हैं. वह लोगों से अपील करते हैं कि जब तक बहुत जरूरी न हो, घर से बाहर न निकलें. बेवजह सड़क पर अड्डा मारने की आदत कुछ दिनों के लिए छोड़ दें. यदि इस वक्त अड्डेबाजी की और खुदा-न-खास्ता कोरोना वायरस का संक्रमण आपको हो गया, तो यह मजा सबके लिए सजा बन जायेगी.
वह यह भी बता रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तक लॉकडाउन का पालन करने की अपील कर रही हैं. श्री आशीष कहते हैं कि चीन के वुहान शहर में जनसंहार करने वाले इस वायरस ने इटली, अमेरिका और फ्रांस जैसे देशों को बुरी तरह परेशान कर रखा है. इसलिए भारत के लोगों को ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है.
लोगों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए ही लॉकडाउन की घोषणा की गयी है. यह संक्रमण के चेन को तोड़ने की एक कोशिश है. फिलहाल दुनिया के किसी देश के पास इस मर्ज की दवा नहीं है. इसका वैक्सीन भी अब तक बाजार में उपलब्ध नहीं है. कोविड19 से लड़ने वाली दवा की खोज दुनिया भर में चल रही है. जब तक कोई दवा बाजार में नहीं आ जाती, लोगों को खुद एहतियात बरतना होगा.
Also Read: डॉक्टर ने सुरक्षा उपकरणों की कमी को किया उजागर, तो दर्ज हो गया केस, कलकत्ता हाइकोर्ट ने बंगाल सरकार को लगायी फटकारश्री आशीष लोगों को यह भी बता रहे हैं कि यदि आप जाने या अनजाने किसी कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आ जाते हैं, तो तत्काल डॉक्टर के पास जायें और अपनी जांच करवायें. डॉक्टर जो सलाह दें, उसका पालन करें. यदि सर्दी, खांसी और तेज बुखार हो, तो एक अलग कमरे में चले जायें. परिवार के लोगों के साथ भी न रहें. इस तरह आप कोरोना वायरस के चेन को तोड़ देंगे.
डी आशीष लोगों को कोरोना वायरस के चेन को तोड़ने के महत्व के बारे में भी बताते हैं. वह लोगों को बताते हैं कि यदि आप इस जानलेवा वायरस के संक्रमण की गिरफ्त में आ गये हैं और खुद को पृथक कर लिया है, तो आपकी जान को कोई खतरा नहीं है. साथ ही आपके स्वजनों को भी कोई नुसान नहीं होगा. वहीं, यदि आप संक्रमित होने के बाद किसी के संपर्क में आ जाते हैं, तो आप अपनी जान तो खतरे में डालते ही हैं, दूसरे की जान को भी खतरे में डाल देते हैं.
Also Read: सेना के पूर्वी कमान में भी पैर पसारने लगा कोरोना वायरस, बंगाल में अब तक 6 की मौत, 24 घंटे में 10 नये मामले सामने आयेइसलिए सरकार की बात मानें. अपने घर में रहें, सुरक्षित रहें. डी आशीष की संस्था के सैकड़ों सदस्य विभिन्न इलाकों में जाकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं. इस दौरान उनकी संस्था के डॉक्टर जरूरतमंद बुजुर्गों के घर जाते हैं. उनकी जांच करने के बाद जरूरी दवाएं भी उन्हें उपलब्ध करवाते हैं. यदि किसी बुर्जुग की तबीयत ज्यादा खराब हो, तो उनकी संस्था के एंबुलेंस से उन्हें अस्पताल भी पहुंचाया जाता है.