West Bengal : पश्चिम बंगाल में क्रिकेट खेलने आया दिल्ली का एक युवा क्रिकेटर हनीट्रैप (Honey Trap) का शिकार हो गया. फ्रेंडशिप एप के जरिये परिचय कर एक युवती के जरिये डेट पर मिलने के लिए बुला कर गिरोह के लोगों ने उससे सोने की चेन व मोबाइल फोन छीन लिये. यहां तक कि 60 हजार रुपये भी पेटीएम से देने को मजबूर किया गया. इस मामले में पीड़ित क्रिकेटर ने गत दो नवंबर को बागुईहाटी थाने में शिकायत दर्ज करायी थी. पुलिस ने शनिवार रात गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया, जिसमें एक युवती भी शामिल है.
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आरोपियों के नाम शिवा सिंह, शुभंकर विश्वास, ऋषभ चंद्र और रीना मजूमदार हैं. शिवा और शुभंकर संतोषपल्ली के वहीं, ऋषभ और रीना बागुईहाटी के विद्यासागर स्पोर्टिंग क्लब के नजदीक जर्दाबागान के निवासी हैं. इनके पास से सोने की चेन को बरामद किया गया है.
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बताया जाता है कि दिल्ली का एक युवा क्रिकेटर गत 29 अक्तूबर को दिल्ली से खेलने बंगाल आया था. यहां सॉल्टलेक के एक होटल में ठहरा था. इस दौरान एक फ्रेंडशिप एप के जरिये एक युवती से संपर्क में आया. युवती ने उसे मिलने के लिए समय व जगह पर बुलाया. इसके बाद गत एक नवंबर को बागुईहाटी के 44 नंबर बस स्टैंड के पास वह उससे मिलने पहुंचा. वहां पहुंचने के बाद उसे अहसास हुआ कि वह ठग गिरोह के चंगुल में फंस गया है. इसके बाद ही उसे कई जगहों पर घुमाया गया. उसकी कुछ इंटिमेट तस्वीरें व वीडिया लेकर सोशल मीडिया में वायरल करने की धमकी दी गयी. उसे ब्लैकमेल किया गया.
उसके बाद उससे सोने की चेन और कीमती मोबाइल छीन लिया गया. उसके पास नकदी रुपये नहीं बचने पर उसे पेटीएम के जरिये 60 हजार रुपये भी देने को मजबूर किया गया. इस तरह से लूटने के बाद क्रिकेटर को बागुईहाटी के जगतपुर में लाकर छोड़ दिया गया.पीड़ित क्रिकेटर ने बागुईहाटी थाने में शिकायत दर्ज करायी. शिकायत के बाद बागुईहाटी थाने की पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए साइबर ट्रैकिंग के जरिये से उक्त गिरोह का पता लगाया. फिर चार लोगों को गिरफ्तार किया गया.
पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार चारों से पूछताछ की जा रही है. इनके साथ लिप्त गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में भी पुलिस पता लगा रही है. पुलिस को आशंका है कि यह गिरोह अन्य लोगों को भी इस तरह से ठग चुका है. पुलिस पूछताछ कर पूरे मामले का पता लगा रही है.