पश्चिम बंगाल में डेंगू के दैनिक मामलों में उतार-चढ़ाव जारी है. पिछले 24 घंटे में राज्य में डेंगू के 416 नये मामले सामने आये हैं. वहीं एक दिन में रक्त के 6343 नमूने जांचे गये थे. उधर, एक दिन में 378 लोग डेंगू के शिकार हुए थे. इस दिन 5881 नमूने जांचे गये थे. राज्य के स्वास्थ्य सेवा निदेशक प्रो. डॉ सिद्धार्थ नियोगी ने यह जानकरी है. उन्होंने बताया कि राज्य में डेंगू की स्थिति में सुधार हो रहा है. कोलकाता की स्थिति भी सुधर रही है. उन्होंने बताया कि दिसंबर महीने के प्रथम सप्ताह तक स्थिति तक डेंगू का प्रकोप काफी हद तक कम हो सकता है. बताया कि डेंगू की रोकथाम के लिए प्रशासनिक स्तर पर लगातर बैठक हो रही है.
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कोलकाता समेत राज्य के अन्य डेंगू प्रभावित इलाकों में कीटनाशक का छिड़काव किया जा रहा है. डेंगू संक्रमित मरीजों पर नजर रखी जा रही है. डेंगू नियंत्रण के लिए गठित कमेटी के सदस्य नियमित डेंगू प्रभावित जिलो का दौरा कर रहे हैं. उधर, हावड़ा जिले का तांडव जारी है. इस जिले में डेंगू के नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग की एक टीम भेजी गयी है. इस टीम के एक सदस्य ने बताया कि राज्य में डेंगू के मामलों में गिरावट देखी जा रही है. पर हावड़ा की स्थिति में अब भी बेहतर नहीं है. सुधार के लिए लगातार कोशिश की जा रही है. डेंगू प्रभावित लोगों पर नजर रखी जा रही है, ताकि डेंगू पीड़ितों को बेहतर चिकित्सा मिल सके.
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महानगर के सरकारी व निजी ब्लड बैंकों में प्लेटलेट्स का कमी देखी जा रही है. ऐसे में कुछ निजी अस्पताल अपने मरीजों को ब्लड उपलब्ध करवा रहे हैं. पर इसके बदले में वे इलाज के बाद मरिजनों से रक्त डोनेट भी करवा रहे हैं. इस विषय मेडिकल बैंक के सचिव डी आशीष ने बताया कि रक्तदान के बाद छह घंटे के भीतर ब्लड से प्लेटलेट्स निकालना पड़ता है. पर महानगर समेत राज्य के सभी ब्लड बैंकों में रक्त प्लेटलेट्स को अलग करने की व्यवस्था नहीं है. इस वजह से भी प्लेटलेट्स की कमी देखी जाती है.
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