कोलकाता : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस सरकार पर गंभीर आरोप लगाये हैं. उन्होंने कहा है कि सत्तारूढ़ दल ने राज्य में आलू का ‘कृत्रिम’ संकट पैदा किया है.
उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ दल से संरक्षण प्राप्त लोगों ने राज्य में ‘कृत्रिम तरीके से आलू का संकट’ पैदा किया है. आलू की कीमत में अचानक हुई वृद्धि पर चिंता जताते हुए दिलीप घोष ने कहा कि इससे आम आदमी की जेब पर बड़ी मार पड़ी है.
उन्होंने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘आलू की कीमत इतनी अधिक क्यों है? यह संकट कृत्रिम तरीके से उन लोगों द्वारा पैदा की गयी है, जिन्हें सत्तारूढ़ दल का संरक्षण प्राप्त है. यह संकट उन लोगों द्वारा पैदा की गयी है, जो हर चीज के लिए ‘कटमनी’ (किसी भी काम के लिए पैसा) लेते हैं.’
भाजपा नेता ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों का एक धड़ा भी पार्टी नेतृत्व की कार्यप्रणाली से नाखुश है. उन्होंने दावा किया कि बागी कार्यकर्ता ‘पीके हटाओ और तृणमूल कांग्रेस बचाओ’ का नारा बुलंद कर रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता पार्टी द्वारा वर्ष 2021 के विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर (पीके) की सेवाएं लेने का विरोध कर रहे हैं.
दिलीप घोष से जब पूछा गया कि उत्तरी बंगाल में गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के नेता बिमल गुरुंग के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) से अलग होने और तृणमूल कांग्रेस से मिलने से लगे झटके से क्या भगवा पार्टी उबर जायेगी, तो इस पर उन्होंने कहा कि यह दार्जीलिंग के लोगों के साथ ‘विश्वासघात’ है.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, ‘गुरुंग ने पहाड़ के लोगों के साथ विश्वासघात किया है और बिनय तमांग गुट की स्वीकार्यता नहीं है, जबकि भाजपा लंबे समय से यहां के लोगों के साथ खड़ी रही है. पहाड़ों में हमारे सांसद लोकप्रिय हैं.’
Posted By : Mithilesh Jha
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.