पश्चिम बंगाल के सरकारी प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों के 11 हजार रिक्त पदों को भरने के लिए 1460 केंद्रों पर शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीइटी) आयोजित की गयी. परीक्षा के लिए 6,90,932 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था. पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा पर्षद ने परीक्षा का आयोजन किया. अभी पर्षद की ओर से यह नहीं बताया गया है कि कितने अभ्यर्थी परीक्षा में बैठे. परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक होने के आरोपों को शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु ने सिरे से खारिज कर दिया.
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सभी केंद्रों पर बेहतरीन ढंग से हुई है टेट परीक्षा : ब्रात्य
ब्रात्य बसु विकास भवन स्थित अपने कार्यालय में बैठकर टीइटी की निगरानी करते नजर आये. बसु ने टीइटी का प्रश्नपत्र लीक होने से इनकार किया और आरोप लगाया कि ‘कुछ लोग’ व्हाट्सऐप पर फर्जी प्रश्नपत्र प्रसारित कर ममता बनर्जी सरकार को बदनाम करने के लिए परीक्षा प्रक्रिया को बाधित करना चाहते हैं. बसु ने कहा कि वह इस बात से संतुष्ट हैं कि ‘कुछ लोगों’ द्वारा प्रक्रिया को पटरी से उतारने और ममता बनर्जी सरकार की छवि खराब करने के प्रयास किये जाने के बावजूद परीक्षा सुचारू रूप से आयोजित की जा सकी. प्रश्नपत्र लीक होने से इनकार करते हुए मंत्री ने कहा, :सोशल मीडिया पर साझा किया जा रहा कथित प्रश्नपत्र फर्जी है और वास्तविक प्रश्नपत्र से इसका कोई संबंध नहीं है. उन्होंने कहा कि डब्ल्यूबीबीपीइ ने व्हाट्सऐप पर फर्जी सामग्री के प्रसार के बारे में साइबर अपराध प्रकोष्ठ में शिकायत दर्ज करायी है.
नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी की शिकायत पर ब्रात्य ने कहा कि अगर उनके पास फोन आता है तो नंबर हमें दे देना चाहिए. ताकि सरकार सही तरीके से परीक्षा करा सके. वह इस राज्य में विपक्ष के नेता हैं. उन्हें सहयोग करने की जरूरत है ताकि राज्य अच्छी तरह से परीक्षा आयोजित कर सके. बिना यह सब किये, कितनी झूठी बातें और अफवाहें फैलायी जा रही हैं. हमको सामने की ओर देखना चाहिए, पीछे की तरफ नहीं. उन्होंने कहा, ‘मुझे कई अभ्यर्थियों से शिकायत मिली है कि उन्हें फोन पर पेशकश की गयी कि अगर वे एक निश्चित राशि का भुगतान करने के लिए तैयार हैं तो उन्हें परीक्षा से पहले प्रश्नपत्र मिल जायेंगे. मुझे उम्मीद है कि प्रशासन यह सुनिश्चित करेगा कि इस तरह का कोई कदाचार नहीं होगा, अन्यथा इस तरह की परीक्षा आयोजित करने का कोई मतलब नहीं है और यह एक तमाशा बन जायेगा.
1460 केंद्रों पर शिक्षक पात्रता परीक्षा संपन्न हुई. कहीं-कहीं परीक्षार्थियों को पहुंचने में समस्या देखी गयी लेकिन अधिकांश केंद्रों पर परीक्षा शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई. प्राथमिक शिक्षा पर्षद की ओर से टीइटी के लिए कड़े सुरक्षा बंदोबस्त किये गये थे. सभी परीक्षा केंद्रों पर मेटल डिटेक्टर, बायोमेट्रिक उपस्थिति के साथ सीसीटीवी कैमरे लगाये गये थे. एक संवाददाता सम्मेलन में प्राथमिक शिक्षा पर्षद के अध्यक्ष गौतम पाल ने बताया कि एक-दो घटनाओं को छोड़कर परीक्षा शांतिपूर्ण संपन्न हुई है. परीक्षा को सफल बनाने में राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु का बड़ा योगदान है. उनके सहयोग के बिना इतनी बड़ी परीक्षा का सफल संचालन संभव नहीं होता.
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