कोलकाता (अजय विद्यार्थी) : पश्चिम बंगाल के सभी गांवों की मिट्टी जनवरी में अयोध्या जायेगी. अयोध्या में राम मंदिर निर्माण में उन मिट्टियों का इस्तेमाल किया जायेगा. ये जानकारी आरएसएस के प्रांत प्रचारक प्रमुख विप्लव राय ने दी. आपको बता दें कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने बुधवार व गुरुवार को राज्य के आरएसएस के पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी.
आरएसएस के प्रांत प्रचारक प्रमुख विप्लव राय ने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने बैठक के दौरान कोरोना महामारी के दौरान सेवा कार्य तथा देश के विभिन्न भागों से लौटे प्रवासी श्रमिकों के लिए स्वरोजगार के अवसर पैदा करने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि लंबे संघर्ष के बाद राम मंदिर निर्माण शुरू हुआ है. राम मंदिर शिलान्यास के बाद से सभी हिंदुओं में उत्साह पैदा हुआ है. मंदिर के निर्माण में हर तरह से मदद के लिए सभी तत्पर हैं.
बंगाल के सभी गांवों की मिट्टी जनवरी में अयोध्या भेजी जायेगी और मंदिर निर्माण में उनका इस्तेमाल किया जायेगा. यह कार्यक्रम पौष पूर्णिमा व माघ पूर्णिमा के बीच होगा. श्री राय ने कहा कि संघ प्रमुख ने कोरोना महामारी के दौरान वापस लौटे प्रवासी श्रमिकों को स्वरोजगार के अवसर पैदा करने पर भी जोर दिया.
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श्री राय ने बताया कि सरसंघ चालक ने चक्रवाती तूफान अम्फान व कोरोना महामारी के दौरान संघ की बंगाल इकाई के सेवा कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि वैश्विक संकट कोरोना और पश्चिम बंगाल में अम्फान के दौरान अभूतपूर्व तरीके से सेवा कार्य हुए हैं. संघ ने अम्फान प्रभावित आठ जिलों के 100 गांवों के सामाजिक व आर्थिक विकास का जिम्मा लिया है. गांवों के आर्थिक व सामाजिक उन्नयन का कार्य जारी है.
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श्री राय ने बताया कि कोरोना संक्रमण की शुरुआत में कुछ लोगों ने कहा था कि देश में खाद्यान्न संकट में संक्रमण से अधिक लोग मरेंगे, लेकिन ऐसी घटनाएं नहीं हुईं. समाज के साथ-साथ संघ के स्वयंसेवकों ने हर तरह से सेवा कार्य किये. उन्होंने कहा कि महामारी एक दिन चली जायेगी. फिर हमें राज्य का पुनर्निर्माण करना होगा, हमें इस महामारी से सीखना होगा. हमें एक आधुनिक अर्थव्यवस्था बनानी होगी. हम अब विदेशियों पर भरोसा नहीं कर सकते.
स्वदेशी व्यवहार के लिए अपना मन बनाना होगा. स्वदेशी उत्पादन पर जोर दिया जाना चाहिए. आत्मनिर्भरता भविष्य के विकास का प्रमुख संदेश होगा. कई लोग स्वार्थ के कारण लोगों को संघ के कार्यों को लेकर गुमराह करने की कोशिश कर सकते हैं. इस पर ध्यान दिए बिना और सावधान रहते हुए सेवा तब-तक जारी रहेगी, जब तक बुरा समय जारी रहेगा.
Posted By : Guru Swarup Mishra