कोलकाता : पश्चिम बंगाल में लगने वाले विश्व प्रसिद्ध वार्षिक गंगा सागर मेला 2021 में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की चुनौतियों के बीच इस साल 600 बेड का कोरोना अस्पताल तैयार किया गया है. साथ ही 615 बेड की सुविधा के साथ सेफ होम की भी व्यवस्था की गयी है.
इस बार गंगा सागर मेला हर बार से थोड़ा चुनौतीपूर्ण है. यही कारण है कि दक्षिण 24 परगना जिला प्रशासन कोरोना प्रबंधन को लेकर बहुत सतर्क है. गंगा सागर मेला ग्राउंड में प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद रहेगा, ताकि किसी श्रद्धालु को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े.
दक्षिण 24 परगना के जिलाधिकारी डॉ पी उल्गानाथन ने कहा है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देशों के अनुरूप ही सारी तैयारियां हो रही हैं. उन्होंने कहा कि सरकार को पता है कि हर साल ज्यादा से ज्यादा श्रद्धालु गंगा सागर आना चाहते हैं. इसलिए सरकार अपनी ओर से पूरी तैयारी कर रही है.
उन्होंने कहा कि यदि श्रद्धालु पिछले वर्ष की तरह ज्यादा भी आयेंगे, तो उन्हें संक्रमण का कोई डर न रहे, प्रशासन ऐसी व्यवस्था कर रहा है. उन्होंने बताया कि गंगा सागर मेला में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखकर ही 600 बेड की सुविधा के साथ 6 कोरोना हॉस्पिटल तैयार किये जा रहे हैं.
इतना ही नहीं, 615 बेडों की सुविधा के साथ सेफ होम की व्यवस्था भी प्रशासन कर रहा है. ये सेफ होम डायमंड हार्बर, काकद्वीप व सागर द्वीप में बनाये जा रहे हैं. मेला ग्राउंड में कोरोना संक्रमितों के लिए तीन वाटर एंबुलेंस व दो एयर एंबुलेंस मेला ग्राउंड में उपलब्ध रहेंगे.
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गंगा सागर मेला (8 से 16 जनवरी) के दौरान यदि दुर्घटना में किसी की जान जाती है या कोई घायल हो जाता है, तो उसे मुआवजा दिया जायेगा. मृतक के परिजनों को 5 लाख रुपये तक का मुआवजा दिया जायेगा.
जिलाधिकारी ने बताया कि गंगा सागर मेला 2021 में प्रवेश के लिए 13 द्वार बनाये गये हैं. सभी जगह पर स्क्रीनिंग व एंटीजेन टेस्ट की सुविधा रहेगी. उन्होंने भीड़ प्रबंधन की बात पर कहा कि नजरदारी के लिए भारी संख्या में पुलिस की तैनाती होगी. साथ ही बसों, वेसल्स व बार्ज में जीपीआरएस की सुविधा के साथ कम लोगों को ले जाने का प्रबंध किया गया है.
दक्षिण 24 परगना के जिलाधिकारी ने कहा कि स्टॉल्स लगाने की इस बार भी अनुमति होगी, लेकिन इसकी संख्या कम की जायेगी. इस विषय में जागरूकता के लिए सभी मीडिया का इस्तेमाल किया जायेगा. उन्होंने वैक्सीन ट्रायल को लेकर पूछे गये सवाल के जवाब में कहा कि स्वास्थ्य विभाग के द्वारा ट्रायल का काम शुरू हो जायेगा. इससे मेले के दौरान कोई असुविधा नहीं होगी.
स्वास्थ्यकर्मियों व पुलिस को सबसे पहले वैक्सीन लगाया जायेगा. जिन लोगों का वैक्सीनेशन करना है, वैसे लगभग एक से दो लाख का डाटाबेस तैयार हो चुका है. सरकार ने वैक्सीन का चैलेंज भी ले लिया है. वैक्सीन को लेकर जो लोगों के मन में शंका है, उसे लेकर भी जागरूक किया जायेगा.
Posted By : Mithilesh Jha