15.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

लॉकडाउन में ऑनलाइन क्लास : मजदूर पिता स्मार्टफोन नहीं खरीद पाया, तो छात्रा ने कर ली आत्महत्या

पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिला में ऑनलाइन कक्षाओं के लिए स्मार्टफोन खरीदने में असमर्थ होने से दुखी होकर कॉलेज की 20 वर्षीय छात्रा ने आत्महत्या कर ली. पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी. क्रांति पुलिस चौकी के प्रभारी अधिकारी दिलीप सरकार ने कहा कि मल्ली कॉलेज में बीए प्रथम वर्ष की छात्रा जयंती बाउली ने सोमवार की रात को सरीपुकुरी इलाके के डाबरीपारा गांव में अपने घर में फांसी लगा ली.

जलपाईगुड़ी : पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिला में ऑनलाइन कक्षाओं के लिए स्मार्टफोन खरीदने में असमर्थ होने से दुखी होकर कॉलेज की 20 वर्षीय छात्रा ने आत्महत्या कर ली. पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी. क्रांति पुलिस चौकी के प्रभारी अधिकारी दिलीप सरकार ने कहा कि मल्ली कॉलेज में बीए प्रथम वर्ष की छात्रा जयंती बाउली ने सोमवार की रात को सरीपुकुरी इलाके के डाबरीपारा गांव में अपने घर में फांसी लगा ली.

उसके पिता अविराम बाउली ने पुलिस को बताया कि वह एक दिहाड़ी मजदूर है. बहुत मुश्किल से बेटी की फीस का प्रबंध कर पाते हैं. अविराम ने कहा, ‘मेरी बेटी को कुछ समय से ऑनलाइन कक्षाओं के लिए स्मार्टफोन की जरूरत थी. वह परेशान थी, क्योंकि मैं उसके लिए यह खरीद नहीं पा रहा था. लेकिन, मुझे क्या पता था कि वह ऐसा कुछ कर लेगी. मालूम होता, तो मैंने कहीं से पैसे उधार लेकर फोन खरीद लिया होता.’

पुलिस ने कहा कि वह मामले की जांच कर रही है. उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को तेजी से फैलने से रोकने के लिए करीब साढ़े पांच महीने से देश में लॉकडाउन लागू है. इस दौरान सारे स्कूल-कॉलेज बंद हैं. शैक्षणिक संस्थानों में छात्र-छात्राओं के जुटने की मनाही है. इसलिए स्कूल-कॉलेज और कोचिंग संस्थान ऑनलाइन क्लास ले रहे हैं. इसके लिए स्मार्ट फोन जरूरी है.

Also Read: Exclusive Photo: 7 करोड़ की 14 छिपकलियां! जानिए कितनी खास होती हैं ये और BSF जवानों को कहां मिलीं

बमुश्किल परिवार का भरण-पोषण कर पाने वाले अविराम बाउली की इतनी हैसियत नहीं थी कि वह अपनी बेटी को स्मार्ट फोन दिला सके. पढ़ाई के लिए स्मार्टफोन जरूरी था. जयंती अपने माता-पिता से बार-बार फोन खरीदने की जिद कर रही थी. माता-पिता उसे बराबर टाल रहे थे. जयंती ने माता-पिता की मजबूरी को समझने की बजाय अपनी जान ही दे दी. अब अविराम और उसकी पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है.

Also Read: कोरोना की वजह से परीक्षा टालने की सलाह दी, तो आदिवासी महिला प्रोफेसर मरूना मुर्मू को फेसबुक पर कहे जातिवादी अपशब्द

Posted By : Mithilesh Jha

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें