कोलकाता में 50 लाख के साथ पकड़े गए अधिवक्ता राजीव कुमार (Rajiv Kumar) को मध्य कोलकाता के बैंकशाल कोर्ट ( Bankshall Court ) से जमानत मिल गई है. सोमवार को जमानत मिलने के बाद भी उनके जेल से बाहर आने पर संशय है. 31 जुलाई से वह कोलकाता में जेल में बंद थे. इससे पहले 2 सितंबर को ईडी कोर्ट में हुई पेशी के बाद उनकी न्यायिक हिरासत की अवधि 14 दिन के लिए बढ़ा दी गई थी.
राजीव कुमार की जेल से रिहाई हो सकेगी या नहीं संशय बरकरार
आपको बता दें कि कोलकाता कैश कांड मामले में कोलकाता के प्रेसीडेंसी सुधार गृह में वकील राजीव कुमार बंद हैं. हालांकि राजीव कुमार की जेल से रिहाई हो सकेगी या नहीं इसे लेकर अभी भी संशय की स्थिति बनी हुई है. क्योंकि राजीव कुमार मनी लाउंड्रिंग (money laundering) मामले में भी आरोपी हैं. मनी लॉन्ड्रिंग मामले में राजीव कुमार ईडी की न्यायिक हिरासत में है. और इस मामले में अगली पेशी 16 सितंबर को होने वाली है.
किस मामले में मिली जमानत
बता दें कि कोलकाता पुलिस के एआरएस विभाग ने हैरिसन स्ट्रीट में अवस्थित व्यावसायिक परिसर से बीते 31 जुलाई की रात को 50 लाख नकद के साथ अधिवक्ता राजीव कुमार को गिरफ्तार किया था. उसके बाद से ही वह कोलकाता की जेल में हैं. राजीव कुमार पर एक व्यवसाई से पीआईएल से उनका नाम हटाने की एवज में 50 लाख रुपए लेने का आरोप है.
पिछले महीने ईडी ने राजीव कुमार को कोलकाता भेजा था
राजीव कुमार को पैसे के साथ गिरफ्तार करने के बाद ईडी ने भी अलग से मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की और पिछले महीने ईडी ने राजीव कुमार को 12 दिनों की रिमांड पर भी लिया था, जिसके बाद उन्हें वापस कोलकाता भेज दिया गया था. फिलहाल एक बार फिर जमानत के बावजूद और कई मामलों में राजीव कुमार फंसे हुए हैं.