पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश हैं अध्यक्ष सुब्रत बख्शी के बेटे सप्तर्षि बख्शी को एक दिन बाद ही तृणमूल युवा कांग्रेस के संगठन से हटा दिया गया. नयी कमेटी की तालिका जारी की गयी थी. बताया जाता है कि उसमें उनका नाम था. लेकिन नई नोटिफिकेशन जारी कर उन्हें हटाने की जानकारी दी गयी. युवा संगठन के सदस्यों की सूची में सप्तर्षि शामिल थे. उन्हें युवा संगठन में सचिव का पद दिया गया था. लेकिन अगले ही दिन उन्हें इस पद से क्यों हटाया गया इसकी जानकारी उस नोटिफिकेशन में नहीं दी गयी. वह 17 सचिवों में से एक थे. सप्तर्षि को दिया गया यह पहला तृणमूल संगठनात्मक पद था. सुब्रत बख्शी 25 साल से तृणमूल कांग्रेस के संस्थापक प्रदेश अध्यक्ष के पद पर हैं. इसके अलावा वह पार्टी के विधायक, सांसद और मंत्री भी रह चुके हैं. सप्तर्षि को समिति से हटा कर पांच अन्य को शामिल किया गया.
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47 सदस्यीय समिति में तृणमूल नेताओं के बच्चे भी शामिल हैं. सप्तर्षि को छोड़ कर बाकी सभी को उनके अपने पदों पर बनाये रखा गया है. दिवंगत वामपंथी नेता क्षिति गोस्वामी की बेटी और कोलकाता नगर निगम की पार्षद वसुंधरा गोस्वामी को महासचिवों में जगह मिली है. वित्त राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य के बेटे सौरभ बसु और वाणिज्य मंत्री शशि पांजा की बेटी पूजा पांजा ने पिछले साल कोलकाता नगरपालिका चुनाव में तृणमूल उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की थी. दोनों को नयी कमेटी में महासचिव के पद पर बरकरार रखा गया है. कृषि मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय के बेटे सायनदेव चट्टोपाध्याय को महासचिव बनाये रखा गया है. इसी तरह वरिष्ठ तृणमूल नेता संजय बख्शी का के बेटे सौम्या बख्शी को भी महासचिव बनाया गया है.
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