पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Chief Minister Mamata Banerjee) नदिया जिले के तीन दिवसीय दौरे पर है. इस दौरान मुख्यमंत्री ने रानाघाट में प्रशासनिक सभा करने के दौरान कहा कि दिसंबर में सांप्रदायिक दंगा भड़काने की साजिश रची जा रही है. पुलिस अधिकारियों को कड़े निर्देश दिये गये है ताकि सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम की तैयारियां की जा सकें. साथ ही उन्होंने सीमा पार से हथियारों की तस्करी का भी जिक्र किया है ऐसे में अभी से सबको सतर्क रहने का निर्देश जारी किया है. गौरतलब है कि उत्तर बंगाल को अलग करने के लिए सीमा पार से हथियारों की तस्करी की जा रही ताकि उत्तर बंगाल को अलग किया जा सकें इस पर भी निगरानी रखने की जरुरत है.
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प्रशासनिक बैठक में करीमपुर के विधायक ने कहा कि बीडीओ मेरी नहीं सुनते है. बीडीओ मेरे खिलाफ टीम बना रहा हैं. यह कहने के अलावा उन्होंने मुख्यमंत्री से बीडीओ का कार्यकाल समाप्त होने तक इस संबंध में कार्रवाई करने का अनुरोध किया . इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह वक्त उचित नहीं है शिकायत करने के लिए. इस मुद्दे पर विचार किया जाएगा आप अपने कार्य पर ध्यान दें.
मुख्यमंत्री की प्रशासनिक बैठक में नहीं बुलाए जाने का भाजपा सांसद और विधायकों ने विरोध किया. गुरुवार को भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ रानाघाट में 34 नंबर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या के किनारे धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तीन दिनों के लिए नदिया जिले का दौरे पर हैं. कथित तौर पर प्रशासनिक बैठक के बावजूद भाजपा के किसी जनप्रतिनिधि को आमंत्रित नहीं किया गया. नदिया में भाजपा के कुल आठ विधायक और एक सांसद है. प्रशासनिक बैठक में उनमें से किसी को भी आमंत्रित नहीं किया गया था. बीजेपी विधायकों ने उठाया सवाल क्या है प्रशासनिक बैठक का मतलब ? विकास कैसे हो रहा है, प्रशासन कैसा चल रहा है, इसकी समीक्षा होनी चाहिए़.
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