कोलकाता : पश्चिम बंगाल (West Bengal) में चक्रवाती तूफान अम्फान (Cyclone Amphan) से हुए नुकसान का जायजा लेने पहुंची केंद्रीय टीम (Central team) को राज्य सरकार (Mamta government) ने कुल 1,02,442 करोड़ रुपये के नुकसान का हिसाब दिया है. राज्य सरकार ने कुल 16 मदों में हुए नुकसान का हिसाब दिया है.
ममता सरकार (Mamta government) द्वारा केंद्रीय टीम को सौंपे हिसाब के तहत 28.56 लाख घर तबाह हुए हैं, जिसमें 28,560 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ. 17 लाख हेक्टेयर की कृषि की फसल नष्ट हुई, इससे 15,860 करोड़ का नुकसान हुआ.
हॉर्टिकल्चर के तहत 2,50,556.17 हेक्टेयर की जमीन पर उगे पान पत्ते, लीची, आम आदि तबाह हुए हैं. इससे 6,581 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ. फिशरीज के तहत 8,007 नाव और 1.48 लाख झोपड़ियां नष्ट हुई, जिससे 2000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.
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पशुपालन विभाग के तहत 21.22 लाख पशुओं का नुकसान झेलना पड़ा, इसमें 452 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ. पेयजल परियोजना के तहत 2,060 करोड़ का नुकसान हुआ. ग्रामीण सड़क व कलवर्ट/ब्रिज समेत कुल 2,237 करोड़ रुपये की सड़क नष्ट हुई.
सिंचाई के बांध व तालाब के तहत 2,944 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ. बिजली सेक्टर में 273 पावर सब स्टेशनों को नुकसान हुआ और करीब 4.5 लाख पोल तबाह हुए. इसमें 3,230 करोड़ की हानि हुई. 1.58 लाख हेक्टेयर के वन का इलाका तबाह हुआ, जिससे 1,033 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.
शिक्षा के आधारभूत ढांचे को भी नुकसान हुआ. कुल 14,640 स्कूल और 301 कॉलेजों को अम्फान में नुकसान पहुंचा. इससे 793 करोड़ रुपये की हानि हुई. स्वास्थ्य ढांचे के तहत जन स्वास्थ्य केंद्र, ग्रामीण अस्पताल, सब सेंटर आदि को नुकसान हुआ. इससे 1270 करोड़ रुपये की हानि हुई. आंगनबाड़ी इंफ्रास्ट्रक्चर में 342 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.
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शहरी आधारभूत ढांचे के तहत 6,750 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ. एमएसएमई (MSME) सहित उद्योग पर नजर डालें तो गोदाम, कच्चा माल, ढांचा/शेड आदि मिला कर 26,790 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ. अन्य नुकसान जिनमें परिवहन, जेल आदि हैं उसके तहत 1,540 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ. यानी कुल 1,02,442 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
नबान्न में हुई बैठक में केंद्रीय टीम में गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव अनुज शर्मा, कृषि व कृषक कल्याण मंत्रालय के निदेशक नरेंद्र कुमार, मत्स्य पालन विभाग के सह आयुक्त आरबी दुबे, व्यय विभाग के निदेशक एससी मीणा, जल शक्ति मंत्रालय की सुप्रीटेंडेंट इंजीनियर रिषिका शरण तथा सड़क परिवहन व हाईवे मंत्रालय के कार्यकारी अभियंता समीरन साहा मौजूद थे. राज्य सरकार की ओर से मुख्य सचिव के अलावा विभिन्न विभागों के आला अधिकारी मौजूद थे.
Posted By : Samir ranjan.