कोलकाता : बंगाल प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष (Dilip ghosh) ने ‘बदला भी होगा और बदलाव भी होगा’ के बयान पर कायम रखते हुए कहा कि जो गणतांत्रिक अधिकारों का हनन कर रहे हैं. भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या कर रहे हैं. उनको ईंट का जवाब पत्थर से देंगे. भाजपा बलिदान दे सकती है, तो ले भी सकती है. श्री घोष डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी (Dr Shyama Prasad Mukherjee) की मृत्यु वार्षिकी को बलिदान दिवस के रूप में मनाते हुए केवड़ातल्ला श्मशान घाट पर यह बातें कही. इस अवसर पर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष सहित प्रदेश भाजपा के पदाधिकारियों ने प्रदेश भाजपा कार्यालय और केवड़ातला श्मशान घाट में डॉ मुखर्जी को श्रद्धांजलि अर्पित किया.
श्री घोष ने कहा कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान साबित करता है कि भाजपा जीवन देकर काम करती है, लेकिन जिन्होंने देश की संपत्ति को लूटा है. देश की अखंडता को विपत्ति में डाला है. आज बांग्लादेश से घुसपैठियों और रोहिग्यों को पश्चिम बंगाल (West Bengal) में प्रवेश कराकर सरकार में बने रहने की कोशिश कर रहे हैं. बांग्लादेश की सीमा का 1000 किलोमीटर सीमा असुरक्षित है, क्योंकि माकपा सरकार ने भी तार का बाड़ लगाने नहीं दिया था और तृणमूल सरकार भी नहीं दे रही है.
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उन्होंने कहा कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के पदचिह्नों पर चलते हुए भाजपा के 104 कार्यकर्ताओं ने बलिदान दिया है. बंगाल में राजनीतिक परिवर्तन के माध्यम से संपूर्ण परिवर्तन करेंगे और बंगाल को ‘सोनार बांग्ला’ बनायेंगे. डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी देश की अखंडता के लिए प्राण दिये थे, लेकिन उनकी आलोचना करने वालों ने कुछ भी नहीं किया है.
उन्होंने कहा कि देश विभाजन के बाद राज्य में आये शरणार्थियों के लिए कुछ भी नहीं किया गया, जबकि नरेंद्र मोदी की सरकार ने शरणार्थियों को नागरिकता दी है. वे शरणार्थी हमारे साथ हैं. यह ऐतिहासिक दिन है. इस बलिदान दिवस पर भाजपा ने उन्हें दो उपहार दिये हैं. एक कश्मीर और दूसरा नागरिकता कानून, लेकिन बंगाल में संपूर्ण परिवर्तन करना होगा. इसके लिए बलिदान देना होगा.
उन्होंने युवकों का आह्वान करते हुए कहा कि वे एक वर्ष दें और बंगाल का संपूर्ण परिवर्तन करें. उन्होंने कहा कि हम कानून अवश्य ही मानते हैं, लेकिन जो कानून को हाथ में लेकर गैरकानूनी काम कर रहे हैं. भाजपा जब सत्ता में आयेगी, तो ईंट का जवाब पत्थर से देगी. हर अपराध की सजा देंगे. जो बदलाव की बात कर बदला लेते हैं, उनको धिक्कार है.
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हमने बदला की बात कही है, जो निरपराध कार्यकर्ता की हत्या कर रहे हैं. मां और बहन के सिंदूर पोंछ रहे हैं. संतान को बेसहारा कर रहे हैं. उनको नहीं छोड़ेंगे तथा जो जैसा करेंगे, उसको वैसा जवाब दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि भाजपा हिंसा में विश्वास नहीं करती है, लेकिन हिंसा का प्रतिरोध करने में हिंसा करने पर हमारे हाथ नहीं कांपेंगे. जिसको जो भी करना है, वे कर लें.
उन्होंने कहा कि डॉ श्याम प्रसाद मुखर्जी ने कहा था कि अन्याय का प्रतिशोध करो. यदि शांति चाहते हैं, तो हमें शांति से रहने दें. यदि गणतांत्रिक अधिकार चाहते हैं, तो गणतांत्रिक अधिकार का हनन नहीं करें. जरूरत होने पर बलिदान दे भी सकते हैं और ले भी सकते हैं.
Posted By : Samir ranjan.