कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा का सत्र इस वर्ष मार्च के बाद, पहली बार बुधवार (9 सितंबर, 2020) को शुरू हुआ और दिवंगत लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया. सभी एहतियाती उपायों के साथ सदन का एक दिवसीय मानसून सत्र हुआ, क्योंकि सरकार कोरोना महामारी के मद्देनजर लंबा सत्र आयोजित करने की इच्छुक नहीं थी.
सत्र सभी कोविड-19 नियमों का पालन करने के बाद आहूत किया गया था. यह सदन की इस वर्ष मार्च के बाद पहली बैठक थी, जब सत्र की अवधि में महामारी के चलते कटौती कर दी गयी थी. भाजपा विधायक दल ने राज्य में हिंसा और पार्टी नेताओं की हत्या के खिलाफ विधानसभा परिसर में धरना दिया.
भाजपा विधायक दल के नेता मनोज तिग्गा ने कहा, ‘हमने राज्य में पार्टी कार्यकर्ताओं की हत्या के विरोध में आंबेडकर की प्रतिमा के पास धरना देने का निर्णय किया.’ ज्ञात हो कि कोविड-19 महामारी के कारण पश्चिम बंगाल विधानसभा के मानसून सत्र को केवल एक दिन के लिए आयोजित किया गया था.
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विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी ने मंगलवार को कहा था कि सत्र सिर्फ एक दिन का होगा. सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के सूत्रों के अनुसार, पहले यह तय किया गया था कि नौ सितंबर से दो दिवसीय सत्र होगा, किंतु मंगलवार को सर्वदलीय बैठक के दौरान निर्णय बदल दिया गया और फैसला हुआ कि सदन का सत्र एक दिन का ही होगा.
विधानसभा अध्यक्ष श्री बनर्जी ने कहा था, ‘हम नहीं चाहते कि लोग अधिक समय तक विधानसभा में रहें. इसलिए यह तय किया गया है कि सदन को कुछ आवश्यक औपचारिकता के बाद स्थगित कर दिया जायेगा.’ बुधवार को वैसा ही हुआ. दिवंगत लोगों को श्रद्धांजलि देने के बाद सदन की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया.
Posted By : Mithilesh Jha