कोलकाता : प्रवासी मजदूरों के मसले पर केंद्र सरकार ने फिर एक बार पश्चिम बंगाल सरकार पर निशाना साधा है. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा : कुछ राज्यों ने प्रवासी मजदूरों को वापस उनके घर भेजने के लिए विशेष ट्रेन चलाने में हमारे साथ सहयोग नहीं किया. मुझे लगता है. लगभग 40 लाख लोग हैं, जो पश्चिम बंगाल लौटना चाहते हैं, लेकिन अभी तक केवल 27 विशेष ट्रेनें ही राज्य में प्रवेश कर सकी हैं.
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एक हफ्ते पहले भी श्री गोयल ने कहा था कि पश्चिम बंगाल सरकार राज्य के प्रवासियों को घर लौटाने की सुविधाएं नहीं दे रही हैं और उसने केवल सात विशेष श्रमिक ट्रेनों की अनुमति दी थी. उन्होंने मिसाल देते हुए कहा : आज तक पश्चिम बंगाल में हम मात्र 27 ट्रेन चला पाए हैं. आपको याद होगा कि 8 या 9 मई तक तो वहां मात्र 2 ट्रेन ही पहुंच पायी थी. हम ट्रेन चलने की अनुमति मांगते थे तो उन्होंने नहीं दी, गृह मंत्री ने चिट्ठी लिखी उसके बाद भी 8 ट्रेनों की सूची मिली.
उन्होंने आगे कहा : बाद में बंगाल ने 104 ट्रेनों की सूची दी, जो 15 मई से 15 जून तक वहां जानी है यानी 30 दिन में मात्र 104 ट्रेनों के जरिए 1 लाख 70 हजार लोग आप भेजेंगे, जबकि जाना चाहते हैं 40 लाख तो हमारे प्रवासी मजदूर भाई-बहन स्वाभाविक रूप से परेशान होंगे ही. गौरतलब है कि इससे पहले केंद्र की ओर से ममता पर कोरोनावायरस संक्रमितों के आंकड़े छुपाने के आरोप भी लगे हैं.