कोलकाता (आनंद सिंह) : केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा है कि बंगाल के लोगों के लिए फैसला लेने का वक्त आ गया है. उन्हें ही तय करना होगा कि बंगाल किस दिशा में जायेगा. बंगाल देश के विकास में भागीदार बनेगा या नहीं, इसका फैसला बंगाल के बुद्धिजीवियों, उद्योगपतियों व अन्य लोगों को करना होगा.
श्री ठाकुर ने कहा कि केंद्र व राज्य में एक ही सरकार हो तो सुविधा होगी. श्री ठाकुर सीसीआइ प्रोफेशनल्स फोरम तथा डायरेक्ट टैक्सेस प्रोफेशनल्स एसोसिएशन की ओर से आयोजित भारतीय अर्थव्यवस्था में प्रोफेशनल्स की भूमिका विषयक परिचर्चा में हिस्सा ले रहे थे.
श्री ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार ‘लुक ईस्ट’ नहीं, बल्कि ‘ऐक्ट ईस्ट’ की नीति अपना रही है. पूर्वी भारत के देश की अर्थव्यवस्था में योगदान को और मजबूत करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि देश को दुनिया का मैन्युफैक्चरिंग हब व एक्सपोर्ट हब बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि केंद्र की ओर से तीन राज्यों में फार्मा पार्क तैयार किये जा रहे हैं. जल्द ही उन तीन राज्यों के नामों की सूची जारी की जायेगी जहां ये पार्क बनेंगे.
मौके पर उपस्थित आइआइएम शिलांग के चेयरमैन शिशिर बाजोरिया ने कहा कि देश को अगर चार हिस्सों में बांटा जाये तो पूर्वी हिस्से में जिसमें पूर्वोत्तर भी आता है, उसका जीडीपी में योगदान महज 17 फीसदी है. इसे कम से कम 25 फीसदी किये जाने की जरूरत है.
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भाजपा सांसद स्वपन दासगुप्ता का कहना था कि केंद्र सरकार टैक्स प्रक्रिया को और सरल बनाने की दिशा में लगातार काम कर रही है. कार्यक्रम में सीसीआइ प्रोफेशनल्स फोरम के अध्यक्ष एडवोकेट नारायण जैन, डायरेक्ट टैक्सेस प्रोफेशनल्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सीए एनके गोयल, सीसीआइ पीएफ की महासचिव सीएस ममता बिन्नानी व अन्य मौजूद थे.
Posted By : Mithilesh Jha