कोलकाता : पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार हिंदू समाज को ‘घूस’ देने की कोशिश कर रही है. यह कहना है पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी का. वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया है कि तृणमूल कांग्रेस सरकार दुर्गा पूजा समितियों को वित्तीय सहायता देने की घोषणा कर ‘घूस’ देने का प्रयास कर रही है.
उन्होंने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस इन घोषणाओं के जरिये खुद को भाजपा की तुलना में ‘हिंदुत्व के बड़े पैरोकार’ की तरह पेश करना चाहती है. लोकसभा में कांग्रेस के नेता श्री चौधरी ने कहा कि भाजपा के साथ हिंदुत्व के लिए होड़ में उतरने की बजाय राज्य सरकार को रोजगार सृजन और उद्योगों पर ध्यान देना चाहिए.
उन्होंने कहा, ‘हमने देखा कि एक दिन पहले प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दुर्गा पूजा समितियों को 50,000 रुपये तथा अन्य सौगात देने की घोषणा की. इससे पहले इमामों और मुअज्जिनों को भत्ता देकर राज्य सरकार ने खुद को मुसलमानों का मसीहा घोषित करने का प्रयास किया.’
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श्री चौधरी ने कहा, ‘सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस अब भाजपा से मुकाबले के लिए हिंदुत्व की पैरोकार के तौर पर खुद को पेश करने में व्यस्त हो गयी है. इसलिए अब वह हिंदू पुजारियों को भत्ते और दुर्गा पूजा समितियों को दान दे रही है. वह हिंदुओं को रिश्वत देने का प्रयास कर रही है.’
ज्ञात हो कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार (24 सितंबर, 2020) को राज्य की 37,000 दुर्गा पूजा समितियों को 50-50 हजार रुपये वार्षिक वित्तीय सहायता देने की घोषणा की थी. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने उनकी इसी घोषणा के लिए मुख्यमंत्री और सत्तारूढ़ पार्टी की आलोचना की है.
श्री चौधरी ने कहा, ‘तथ्य यह है कि राज्य सरकार इमामों और मुअज्जिनों को भत्ते नहीं दे रही है. राज्य का वक्फ बोर्ड ऐसे भत्ते मुहैया कराता है.’ उन्होंने कहा, ‘अब तृणमूल कांग्रेस को मुस्लिम वोटों की फिक्र नहीं है. वह हिंदुओं के वोट के लिए भाजपा के साथ होड़ करना चाहती है.’
Posted By : Mithilesh Jha