कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 से पहले ही केंद्र सरकार ने राज्य में केंद्रीय बलों की 2 कंपनियों को तैनात कर दिया है. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की ये दोनों कंपनियां विधानसभा चुनाव तक बंगाल में ही रहेंगी. बताया जा रहा है कि विशिष्ट (वीआइपी) लोगों की सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ को बुलाया गया है.
सूत्रों के मुताबिक, फिलहाल सीआरपीएफ के जवानों को दुर्गापुर और खड़गपुर में रखा जायेगा. जरूरत के मुताबिक, इन्हें काम पर लगाया जायेगा. कहा जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले एवं हालीशहर में भाजपा बूथ अध्यक्ष की हत्या के बाद चुनाव से 6 महीने पहले ही राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू करने की मांग भाजपा ने की है.
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं बंगाल भाजपा के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने 13 दिसंबर को राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए मांग की थी कि राज्य में केंद्रीय सुरक्षा बलों को तैनात किया जाये. साथ ही उन्होंने अभी से राज्य में चुनावी आचार संहिता लागू करने की मांग की. इस पर तृणमूल ने पलटवार करते हुए कहा कि अब तक ऐसा कभी नहीं हुआ.
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तृणमूल के सांसद सौगत रॉय ने कहा कि अब तक के इतिहास में कभी नहीं हुआ कि चुनाव से 6 महीने पहले आचार संहिता लागू की गयी हो. दूसरी तरफ, भाजपा ने चुनाव आयोग की फुल बेंच से मुलाकात करके यह मांग की थी. बंगाल भाजपा के नेताओं ने आयोग से कहा कि राज्य में पुलिस तृणमूल कांग्रेस के पक्ष में काम कर रही है. इसलिए केंद्रीय बलों की तैनाती जरूरी है.
Posted By : Mithilesh Jha