हावड़ा. शुक्रवार सुबह पूर्वी भारत की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के उद्घाटन समारोह में उस वक्त अजीबो-गरीब स्थिति पैदा हो गयी, जब भाजपा समर्थकों की ओर से ‘जय श्रीराम’ के नारे लगाये जाने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंच में जाने से इंकार कर दिया. मौके पर उपस्थित रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने मुख्यमंत्री से मंच पर जाने का अनुरोध किया, लेकिन सीएम ने दोनों के अनुरोध को नकारते हुए aकार्यक्रम के दौरान मंच के पास एक कुर्सी पर बैठी रहीं. यहां से उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन के निधन पर शोक व्यक्त किया.
जानकारी के अनुसार, सुबह करीब 11.15 बजे सीएम हावड़ा स्टेशन के न्यू कॉम्प्लेक्स के 22 नंबर प्लेटफॉर्म पर पहुंची ही थीं कि प्लेटफॉर्म संख्या 23 पर बैठे भाजपा कार्यकर्ता ””जय श्रीराम”” के नारे लगाने लगे. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, राज्यपाल सीवी आनंद बोस, पूर्व रेलवे के जीएम अरुण अरोड़ा व पुलिस आयुक्त प्रवीण त्रिपाठी ने तब भाजपा समर्थकों से नारे नहीं लगाने का आग्रह किया.
खुद रेल मंत्री सामने आकर दोनों हाथ उठाते हुए भाजपा कार्यकर्ताओं से शांति बहाल रखने की अपील की, लेकिन वे नहीं माने. वे नारे लगाते रहे. कार्यक्रम का संचालन कर रहे रेलवे अधिकारी भी माइकिंग कर उनसे ऐसा नहीं करने के लिए कहा. बावजूद इसके काफी देर तक भाजपा कार्यकर्ताओं की नारेबाजी जारी रही. शुरुआत में ममता बनर्जी ने भाषण देने से भी इंकार कर दिया था, लेकिन राज्यपाल के बार-बार अनुरोध के बाद वह भाषण के लिए तैयार हो गयीं और बिना मंच पर आये सीएम ने शोक व्यक्त करते हुए भाषण दिया.
‘जय श्रीराम’ नारेबाजी पर सीएम की नाराजगी पहली बार नहीं है. पिछले वर्ष 23 जनवरी को कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल हॉल में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के मौके पर भाजपा समर्थकों ने नारेबाजी की थी. इस मौके पर पीएम मोदी और अन्य केंद्रीय मंत्री भी मौजूद थे. उस समय भी मुख्यमंत्री बेहद खफा हो गयी थीं.