कोलकाता : पश्चिम बंगाल में राजनीतिक तापमान चरम पर है. साथ ही बढ़ रही है राजनीतिक हिंसा. शोध-प्रतिशोध की ज्वाला में जल रहे हैं भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता और समर्थक. क्रिसमस की पूर्व संध्या पर, जब लोग यीशु के आगमन की प्रतीक्षा कर रहे थे, कूचबिहार का माथाभांगा रणक्षेत्र में तब्दील हो गया था. तृणमूल और भाजपा समर्थकों में तीन जगह झड़प हुई.
अपने नेता के ऊपर हुए हमले के बाद सत्तारूढ़ दल और विपक्षी पार्टी के बीच तनाव और बढ़ गया. इसके बाद भाजपा ने भी विरोध प्रदर्शन कर अपने गुस्से का इजहार किया. भाजपा के माथाभांगा जिला के महासचिव की गाड़ी को निशाना बनाकर गोलीबारी की गयी. भाजपा का आरोप है तृणमूल ने उसके नेता पर गोली चलवायी है. हालांकि, भाजपा नेता इस हमले में बाल-बाल बच गये.
दूसरी तरफ, 24 दिसंबर की ही रात को माथाभांगा के जोड़ापाकड़ी इलाका में भाजपा के एक कार्यकर्ता के मकान के सामने बमबाजी हुई. पार्टी का आरोप है कि तृणमूल कांग्रेस की सरपरस्ती में अपराधियों ने बमबाजी की. भाजपा कार्यकर्ता के घर में तोड़फोड़ का भी आरोप लगाया गया है. दूसरी तरफ, तृणमूल ने भाजपा के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि विरोधी दल के लोगों ने टीएमसी के जुलूस पर हमला किया.
उधर, तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि गुरुवार की रात को पश्चिमी खाटेरउधर, तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि गुरुवार की रात को पश्चिमी खाटेर बाड़ी इलाका में एक टोटो चालक (ई-रिक्शा चालक) के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं ने मारपीट की. टोटो चालक तृणमूल कांग्रेस का कार्यकर्ता है और अभी अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है. उसकी गाड़ी भी तोड़ दी गयी. भाजपा ने भी सत्तारूढ़ दल के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है. थाना में दोनों ही पार्टियों ने एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी है.
Posted By : Mithilesh Jha