पश्चिम बंगाल में चक्रवात ‘सित्रांग’ को लेकर पश्चिम बंगाल व ओड़िशा में अगले सप्ताह की शुरुआत से भारी बारिश होने का अनुमान है. चक्रवात के बांग्लादेश की ओर बढ़ने का भी अनुमान है. चक्रवाती तूफान के मद्देनजर राज्य सरकार ने सतर्कता जारी की है. इधर, कोलकाता नगर निगम (केएमसी) में भी चक्रवात को लेकर मेयर फिरहाद हकीम ने बैठक की. निगम के सीवरेज एंड ड्रेनेज, जलापूर्ति, ठोस कचरा प्रबंधन और बिल्डिंग विभाग के कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गयी हैं. इस दैरान निगम में कंट्रोल रूम भी खोला जायेगा. इस बैठक के समाप्त होने के बाद मेयर फिरहाद हकीम ने बताया कि निगम के अधिकारियों के साथ तैयारियों के लिए समीक्षा बैठक हुई.
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कोलकाता के जर्जर मकानों से नगर प्रशासन चिंतित है. बैठक में यह निर्णय लिया गया कि कोलकाता पुलिस की मदद से खतरनाक इमारतों को खाली कराया जायेगा. इन इमारतों में रहने वाले लोगों को सामुदायिक भवन या सरकारी स्कूलों में रखा जायेगा. उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों को सामुदायिक हॉल में पर्याप्त सेवाएं प्रदान करने के निर्देश दिये. उन्होंने स्थानीय जनप्रतिनिधियों को इस संबंध में सक्रिय कदम उठाने का आदेश दिया. साथ ही जरूरत पड़ने पर खाने-पीने की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिये गये हैं. वहीं, खतरनाक इमारतों को खाली कराये जाने के लिए शनिवार से माइकिंग की जायेगी.
मेयर ने निगम के लाइटिंग विभाग को महानगर के सभी बिजली के खंभों की जांच किये जाने का निर्देश दिया है. ताकि, किसी बिजली के खंभों पर नंगे तार न छूट जाये. इससे बड़ी दुर्घटना घट सकती है. उन्होंने नंगे तारों पर टेप लगाने का निर्देश दिया है. शनिवार तक इस कार्य को पूरा करने का निर्देश दिया गया है.अधिकारियों ने बताया कि पश्चिम बंगाल सरकार ने कई जिलों के निचले इलाकों से लोगों को निकालने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. कालीपूजा के लिए महानगर में कई जगहों पर बड़े पूजा पंडाल बनाये गये हैं. ऐसे में इन पूजा पंडालों को भी सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है.
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चक्रवात की भयावहता को देखते हुए कोलकाता के मेयर और शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने एक वर्चुअली बैठक की. राज्य भर के विभिन्न नगरपालिकाओं के अधिकारियों के साथ उन्होंने बैठक की. इस बैठक में शहरी विकास विभाग के सचिव खलील अहमद भी उपस्थित थे. बैठक समाप्त होने के बाद फिरहाद हकीम ने बताया चक्रवात का असर उत्तर 24 परगना दक्षिण 24 परगना और पूर्व मेदिनीपुर जिले में पड़ सकता है, इसलिए इन जिलों में तिरपाल, सूखे भोजन और दवाओं की भी पर्याप्त व्यवस्था की गयी है. उन्होंने बताया कि तटीय इलाके दीघा, कांथी, डायमंड हार्बर, बशीरहाट आदि अलर्ट कर दिया गया है. विभाग की ओर से कंट्रोल रूम भी खोले जायेंगे
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