पश्चिम बंगाल में पिछले 23 घंटों से टेट (TET )उम्मीदवारों का धरना प्रदर्शन जारी है. उनकी मांग है कि उन्हें तत्काल नियुक्ति पत्र दिया जाए. उनका दावा है कि सभी उम्मीदवार 2014 में शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) उत्तीर्ण हुए थे. दो बार इंटरव्यू भी लिया गया है इसके बावजूद उनकी नियुक्ति नहीं की गई है. गौरतलब है कि सॉल्टलेक स्थित पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड के कार्यालय के बाहर सोमवार से ही टेट उम्मीदवारों का धरना प्रदर्शन जारी है. कोलकाता पुलिस की ओर से उन्हें लगातार प्रदर्शन समाप्त करने के लिये कहा जा रहा है लेकिन इसके बावजूद उम्मीदवारों का प्रदर्शन जारी है. जब तक उन्हें नियुक्ति पत्र नहीं दिया जाएगा उनका प्रदर्शन जारी रहेगा. जबकि बोर्ड के अनुसार उक्त पैनल की अवधि समाप्त हो गई है. वहीं टेट उम्मीदवारों ने आमरण अनशन की धमकी दी है.
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प्रदर्शन कर रहे टेट उम्मीदवारों में कई बीमार पड़ गये है. लगभग 30 से अधिक उम्मीदवारों को एम्बुलेंस के जरिये अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पहले पुलिस की ओर से प्रदर्शन को समाप्त करने का प्रयास किया गया इस दौरान कई लोगों को हिरासत में भी लिया गया. प्रदर्शनकारियों व पुलिस के बीच धक्का-मुक्की हुई इसके बावजूद लगातार प्रदर्शनकारियों का प्रदर्शन जारी है.
प्राथमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से बुधवार से नई भर्ती प्रक्रिया को शुरु किया जा रहा है. विरोध कर रहे टेट उम्मीदवारों का कहना है कि इस भर्ती प्रक्रिया को रद्द किया जाए और पहले उनका नियुक्ति पत्र दिया जाए. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि 2014 और 2017 की टीईटी परीक्षा में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ था. उन्होंने अवैध तरीकों से नौकरी पाने वाले लोगों को हटाने और योग्यता के आधार पर टीईटी पास करने वाले योग्य नौकरी चाहने वालों को नियुक्त करने की मांग उठाई है. गौरतलब है कि वर्ष 2020 में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घोषणा की थी कि 2014 के टेट उम्मीदवारों को नौकरी दी जाएगी और वह इस वादे को भूल गई है ऐसे में टेट उम्मीदवार उनको उनका वादा याद दिलाने का प्रयास कर रहे है.