कोलकाता : कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए पश्चिम बंगाल में टीचर्स और स्टूडेंट्स के वैक्सीनेशन के बाद ही स्कूल खोलने की बात कही गयी है. कर्नाटक में स्कूल के टीचर्स और स्टूडेंट्स के संक्रमित पाये जाने के बाद स्कूल-कॉलेज बंद कर दिये गये. कई अन्य राज्यों, जहां स्कूल-कॉलेज हाल ही में खुले थे, को बंद करने का फैसला किया है. केंद्र सरकार ने भी सावधानीपूर्वक कदम उठाने का राज्य सरकारों से आग्रह किया है.
केंद्र सरकार ने राज्यों से कहा है कि वे पूरी सावधानी बरतते हुए ही स्कूल खोलने पर फैसला लें. नीति आयोग ने कहा है कि शिक्षकों और छात्रों को वैक्सीन लगाने के बाद ही स्कूल खोलें. हाल के दिनों में पश्चिम बंगाल में कोरोना संक्रमण के मामलों में काफी गिरावट देखी गयी है. रिकवरी रेट 96 फीसदी से अधिक हो चुका है.
पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी कहते हैं, ‘राज्य सरकार और स्कूल अथॉरिटीज से स्कूलों के सैनिटाइजेशन पर बातचीत चल रही है. चर्चा की जा रही है कि किस तरह से भवनों को संक्रमणमुक्त करके स्कूल में क्लास शुरू की जाये.’ उन्होंने कहा कि राज्य सरकार तय करेगी कि स्कूल को फिर से कब खोला जाये.
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पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री श्री चटर्जी ने कहा, ‘हम चाहते हैं कि स्कूलों के शिक्षक और विद्यार्थी दोनों सुरक्षित रहें. जब उनकी सुरक्षा सुनिश्चित हो जायेगी, तभी हम स्कूल को फिर से खोलने पर विचार करेंगे.’ उधर, पॉलिसी कमीशन के सदस्य वीके पॉल ने कहा है कि स्कूलों के खुलने से पहले सभी शिक्षकों को टीका लगाया जायेगा.
श्री पॉल ने कहा कि 12 से 18 साल की उम्र के बच्चों को भी स्कूल जाने से पहले वैक्सीन लगाया जायेगा. केंद्र सरकार ने 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा है. सबसे पहले डॉक्टर, नर्स, पुलिस और फर्स्ट लाइन कोरोना फाइटर्स का टीकाकरण किया जायेगा.
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Posted By : Mithilesh Jha