पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले में तृणमूल कांग्रेस विधायक व प्राथमिक शिक्षा पर्षद के पूर्व अध्यक्ष माणिक भट्टाचार्य को गिरफ्तार करने के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अब उनके करीबियों पर शिकंजा कस दिया है. माणिक भट्टाचार्य (Manik Bhattacharya) के करीबी माने जाने वाले तापस मंडल को अब ईडी (ED) ने पूछताछ के लिए तलब किया है. उनके बारासात स्थित आवास में नोटिस भेजकर उन्हें 20 अक्टूबर को सॉल्टलेक के सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित ईडी के कार्यालय में हाजिर होने का निर्देश दिया गया है. तापस पर अवैध तरीके से शिक्षकों की नियुक्तियों में बिचौलिये की भूमिका निभाने के आरोप लग रहे हैं.
Also Read: शिक्षक नियुक्ति घोटाला: कितनी अवैध नियुक्तियां, पता लगा रही ED, खंगाला जा रहा है माणिक भट्टाचार्य का फोन
केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों ने तापस मंडल के उत्तर 24 परगना के बारासात स्थित घर की तलाशी ली थी. इतना ही नहीं, उनके टीचर्स ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट के कार्यालय में भी दबिश दी गयी और वहां से अहम दस्तावेज बरामद किये गये. शनिवार को ईडी ने उन शिक्षण संस्थानों के ठिकानों व उनके पदाधिकारियों के आवास में छापेमारी की, जिनपर घोटाले में लिप्त होने का संदेह है. इन्हीं में से एक तापस मंडल के कार्यालय पर भी छापेमारी की गयी थी.
आरोप है कि तापस मंडल ने माणिक भट्टाचार्य और पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी के लिए शिक्षक पद के अभ्यर्थियों से रुपयों की उगाही की थी. सूत्रों के अनुसार, ईडी इसी बारे में तापस का बयान रिकॉर्ड करना चाहती है. माणिक भट्टाचार्य से उसके संबंधों और शिक्षक नियुक्तियों में रिश्वतखोरी के बारे में उनसे पूछताछ होनी है. गौरतलब है कि शिक्षकों की नियुक्ति में भ्रष्टाचार के मामले में पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी को ईडी ने 23 जुलाई को गिरफ्तार किया था. उसके करीब 50 दिनों बाद माणिक भट्टाचार्य को गिरफ्तार किया गया. प्राथमिक शिक्षा पर्षद के पूर्व अध्यक्ष और नदिया जिले के पलाशीपाड़ा से तृणमूल कांग्रेस के विधायक माणिक भट्टाचार्य और पार्थ चटर्जी को घोटाले का प्रमुख आरोपी माना जा रहा है.