कोलकाता: बंगाल की खाड़ी से उठे ‘गुलाब’ चक्रवात का असर खत्म हो गया, लेकिन पश्चिम बंगाल को बारिश से राहत नहीं मिली. मौसम विभाग की ताजा जानकारी यह है कि पश्चिम बंगाल में अभी बारिश के मौसम (bengal weather) से निजात मिलने वाली नहीं है. भारत मौसम विभाग के पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के अलीपुर में स्थित मौसम विभाग (west bengal weather department) ने शनिवार को ऑरेंज और येलो अलर्ट (yellow alert) जारी किया है.
पश्चिम बंगाल मौसम विभाग की ओर से जारी ऑरेंज एवं येलो अलर्ट (yellow alert weather) में कहा गया है कि उत्तर बंगाल के कई जिलों के साथ-साथ अन्य जिलों में भी भारी बारिश होगी. भारत मौसम विभाग ने जो अलर्ट (weather alerts) जारी किया है, उसमें कहा गया है कि उत्तर बंगाल के दार्जीलिंग, कलिम्पोंग, अलीपुरदुआर, उत्तर दिनाजपुर एवं दक्षिण दिनाजपुर में शनिवार (2 अक्टूबर) से सोमवार (4 अक्टूबर) तक भारी बारिश होने का अनुमान है.
West Bengal | IMD issues Orange and Yellow warnings for heavy rain for Darjeeling, Kalimpong, Alipurduar, North and South Dinajpur districts and few other districts from 2nd to 4th October pic.twitter.com/L2rWprBgai
— ANI (@ANI) October 2, 2021
इसके पहले दक्षिण बंगाल के आसनसोल में लगाातर दो दिन की बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया. आसनसोल जिला के कई इलाकों में बाढ़ आ गयी थी. पानी की धार में बड़ी-बड़ी कारें ऐसे बह रहीं थीं, मानो कागज के नाव हों. मकान के मकान डूब गये. लोगों को बड़ी मुश्किल से बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से निकाला गया. आफत बनकर बरसी बारिश में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गयी.
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भारी बारिश की वजह से बंगाल के कई जिलों में आयी बाढ़ का मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को हवाई सर्वेक्षण किया. हेलीकॉप्टर से बाढ़ग्रस्त इलाकों का जायजा लेने के दौरान तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने अपने मोबाइल फोन से बाढ़ की तस्वीरें भी लीं. ममता बनर्जी ने कालीपुर में कहा कि दामोदर वैली कॉर्पोरेशन के पानी छोड़ने की वजह से बंगाल के 8 जिलों में बाढ़ आ गयी है. 4 लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है. एक लाख मकान क्षतिग्रस्त हो गये हैं.
West Bengal CM Mamata Banerjee today conducted an aerial survey of the flood-affected districts of the state. pic.twitter.com/t0etoDa23s
— ANI (@ANI) October 2, 2021
मौसम विभाग के हर अलर्ट का अपना मतलब होता है. येलो अलर्ट का अर्थ (yellow alert meaning) यह है कि सतर्क और सावधान रहें. बारिश के बारे में पूरी तरह से अपडेट रहें. सुरक्षित स्थान पर शरण लें. किसी भी पेड़ के नीचे खड़े न हों. बिजली के खंभे से दूर रहें. किसानों को भी इस स्थिति में अपने खेतों में नहीं जाना चाहिए. खेत में जाना बहुत जरूरी हो, तो भी मौसम के सामान्य होने का इंतजार कीजिए. येलो अलर्ट में 65 मिमी तक वर्षा हो सकती है.
वहीं, ऑरेंज अलर्ट में तैयार रहने के लिए कहा जाता है. ऑरेंज अलर्ट का अर्थ (orange alert meaning) होता है कि आप पूरी सतर्कता बरतें. इस स्थिति में 65 से 115.5 मिलीमीटर तक वर्षा हो सकती है. इसलिए लोगों को बेहद सावधानी से रहने की सलाह दी जाती है.
Posted By: Mithilesh Jha