कोलकाता : पश्चिम बंगाल बाल सुरक्षा अधिकार आयोग (West Bengal commission for protection of child rights- WBCPCR) ने कोविड-19 (Covid-19) व अम्फान चक्रवाती तूफान (Cyclone amphan) के मद्देनजर राज्य में बाल विवाह (Child marriage) व बाल तस्करी (Child trafficking) बढ़ने की आशंका जतायी है. भाजपा ने आशंका पर कटाक्ष करते हए कहा कि ममता सरकार के 9 वर्षों के शासनकाल में कोई भी परिवर्तन नहीं हुआ है. यह इसका प्रमाण है.
उल्लेनखीय है कि अम्फन चक्रवाती तूफान से दक्षिण 24 परगना व उत्तर 24 परगना के सुदंरवन के इलाके बहुत बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं तथा वहां के लोगों के सामने जीवन व जीविका का संकट उत्पन्न हो गया है.
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पश्चिम बंगाल बाल सुरक्षा अधिकार आयोग द्वारा 2 जून को बाल विवाह व बाल तस्करी रोकने के लिए एक हेल्पडेस्क खोलने की सूचना जारी की गयी है. प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष रितेश तिवारी ने इसे ट्वीट किया. बाद में भाजपा के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) ने भी इसे रिट्वीट किया है.
इस सूचना में कहा गया है कि कोविड-19 (Covid-19) व अम्फान (Cyclone amphan) के मद्देनजर बाल विवाह व बाल तस्करी बढ़ने की आशंका है. इसके मद्देनजर आयोग ने इस समस्या के समाधान के लिए एक हेल्पडेस्क गठन किया है. इस बाबत कोई भी शिकायत, सूचना व संबंधित जानकारी दिये गये वाट्सएप्प व मोबाइल नंबर पर सूचित करने का आग्रह किया गया है.
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प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष श्री तिवारी ने इस सूचना को ट्वीट करते हुए कहा कि वाममोर्चा के शासनकाल में 2009 में आये आइला चक्रवाती तूफान (Cyclone aila) के बाद हुए पलायन व तस्करी की याद इस सूचना से ताजी हो गयी है.
ममता बनर्जी के 9 वर्षों के शासनकाल के बाद भी सरकार यह आशंका जता रही है कि बाल तस्करी और बाल विवाह बढेंगे. इससे यह साबित हो जाता है कि बंगाल में ममता बनर्जी के शासन में कोई भी परिवर्तन नहीं हुआ है.
Posted By : Samir ranjan.