बारहवीं के बाद सही विषयों के चयन से बनेगी भविष्य की राह

बारहवीं का रिजल्ट आते ही छात्र जीवन के उस महत्वपूर्ण पड़ाव पर खड़े हो जाते हैं, जब उन्हें यह तय करना होता है कि बेहतर भविष्य के लिए वे किन विषयों व कोर्स का चयन करें. इस चयन से ही उनके करियर की दिशा तय होती है. ऐसे में आवश्यक है कि छात्र अपनी योग्यता व कोर्सेज की संपूर्ण जानकारी के साथ आगे की राह चुनें.

By दिल्ली ब्यूरो | July 15, 2020 5:28 PM
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बारहवीं का रिजल्ट आते ही छात्र जीवन के उस महत्वपूर्ण पड़ाव पर खड़े हो जाते हैं, जब उन्हें यह तय करना होता है कि बेहतर भविष्य के लिए वे किन विषयों व कोर्स का चयन करें. इस चयन से ही उनके करियर की दिशा तय होती है. ऐसे में आवश्यक है कि छात्र अपनी योग्यता व कोर्सेज की संपूर्ण जानकारी के साथ आगे की राह चुनें.

पहले से व्यापक हुई है साइंस स्ट्रीम

इंजीनियरिंग एवं मेडिकल स्ट्रीम के अलावा भी साइंस स्ट्रीम में कई राहें हैं. साइंस स्ट्रीम से बारहवीं पास करनेवाले छात्र नैनो टेक्नोलॉजी, स्पेस साइंस, रोबोटिक साइंस, एस्ट्रो-फिजिक्स, डेयरी साइंस, एनवायर्नमेंटल साइंस, माइक्रो-बायोलॉजी एवं वॉटर साइंस को अपनाकर अच्छी संभावनाओं वाले करियर में दाखिल हो सकते हैं. बारहवीं के बाद फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ्स, बायोलॉजी, जूलॉजी आदि विषयों के साथ बीएससी या बीएससी (ऑनर्स) करने का तो विकल्प है ही. आप बायोटेक्नोलॉजी, बायो इंजीनियरिंग, फिजियोथैरेपी, ऑक्यूपेशनल थैरेपी, मेडिकल ट्रांसक्रिप्शन, जेनेटिक्स, इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे विषयों में भी स्नातक कर सकते हैं.

बहुआयामी है कॉमर्स स्ट्रीम

हाल के वर्षों में छात्रों के बीच कॉमर्स एक लोकप्रिय स्ट्रीम के तौर पर उभरा है. कॉमर्स से बारहवीं करने के बाद आप बीकॉम कर सकते हैं. बीकॉम के बाद आपके लिए किसी भी प्रोफेशनल कोर्स जैसे एमबीए, पीजीडीएम आदि में प्रवेश की राहें खुल जायेंगी. उच्च शिक्षा हासिल करने यानी एमकॉम, एमफिल, पीएचडी का रास्ता भी बीकॉम से ही बनता है. बीकॉम के साथ-साथ या उसके बाद आप चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) या कंपनी सेक्रेटरी (सीएस) का कोर्स भी कर सकते हैं. इसके अतिरिक्त बैचलर ऑफ इकोनॉमिक्स, बीकॉम ऑनर्स, बीकॉम एलएलबी, बीकॉम इन अकाउंटिंग एंड फाइनेंस आदि विषयों को अपनाकर अपने करियर को ऊंचाई दे सकते हैं. सिविल सर्विसेज परीक्षा के माध्यम से प्रशासनिक सेवा या राजस्व सेवा में भी जाने का विकल्प है. इस स्ट्रीम के साथ आप इनवेस्टमेंट बैंकर, ब्रांड मैनेजर, ह्यूमन रिसोर्स मैनेजर और अन्य प्रतिष्ठित पदों पर करियर बना सकते हैं.

अनेक राहें खोलती है आर्ट्स स्ट्रीम

अक्सर लोग आर्ट्स को अन्य स्ट्रीम्स से कमतर आंकते हैं, लेकिन सच यह है कि इस स्ट्रीम में ऐसे कई विषय हैं, जिनकी पढ़ाई करके आप सरकारी और निजी क्षेत्रों में अच्छा करियर बना सकते हैं. आप इकोनॉमिक्स, साइकोलॉजी, हिस्ट्री, फिलॉसफी आदि में स्नातक कर सकते हैं. आर्ट्स से स्नातक के बाद आप सिविल सर्विसेज में जा सकते हैं. इसके अलावा एमबीए, जर्नलिज्म, मार्केट ऐनालिसिस, टीचिंग, एंथ्रोपोलॉजी, ह्यूमन रिसोर्स, एमएसडब्यू आदि में भी भविष्य बना सकते हैं. ग्रेजुएशन के बाद बीएड कर स्कूल शिक्षक या एमए, पीएचडी कर कॉलेज में शिक्षक बन सकते हैं. हिस्ट्री आपको आर्कियोलॉजी में करियर बनाने एवं साइकोलॉजी क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट बनने का विकल्प देगी.

कर सकते हैं कानून की पढ़ाई

किसी भी स्ट्रीम के छात्र बारहवीं के बाद क्लैट पास कर कानून की पढ़ाई कर सकते हैं. इस परीक्षा के माध्यम से देश के 21 नेशनल लॉ यूनिवर्सिटीज में दाखिला मिलता है. किसी भी विषय में ग्रेजुएशन के बाद भी लॉ की पढ़ाई करने का विकल्प है. बारहवीं के बाद आप जहां पांच वर्ष में बीएएलएलबी कर सकते हैं, वहीं किसी अन्य क्षेत्र में ग्रेजुएशन की डिग्री करनेवाले छात्र तीन वर्ष में एलएलबी कर सकते हैं. आपके पास पांच वर्षीय बीएएलएलबी डिग्री के अलावा बीएससी एलएलबी, बीबीए एलएलबी, बीकॉम एलएलबी करने का विकल्प भी है.

ऑफ बीट कोर्सेज से बनाएं शानदार करियर

मौजूदा दौर में बारहवीं पास करनेवाले छात्रों के लिए ऐसे कई ऑफबीट कोर्सेज उपलब्ध हैं, जो छात्रों को बेहतरीन करियर बनाने का मौका देते हैं. इनमें से कुछ कोर्सेज इस प्रकार है –

जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन : यदि आप समाचार, दुनिया में घट रही घटनाओं और लिखने में रुचि रखते हैं, तो इस क्षेत्र को करियर ऑप्शन के रूप में अपना सकते हैं. जर्नलिज्म में करियर बनाने के लिए आप 12वीं के बाद डिप्लोमा, सर्टिफिकेट या डिग्री कोर्स कर सकते हैं.

फैशन डिजाइनिंग : फैशन में रुचि और अच्छी कम्युनिकेशन स्किल्स रखनेवाले छात्र फैशन डिजाइनिंग का रुख कर सकते हैं. इस कोर्स के अंतर्गत आप अपेरल डिजाइनिंग, फैशन डिजाइनिंग, प्रोडक्शन मैनेजमेंट, क्लोदिंग टेक्नोलॉजी, टेक्सटाइल साइंस, अपेरल कंस्ट्रक्शन मैथड, फैब्रिक ड्रॉइंग एवं प्रिंटिंग, कलर मिक्सिंग एवं कंप्यूटर एडेड डिजाइन आदि क्षेत्रों में से किसी एक का चुनाव कर सकते हैं.

होटल मैनेजमेंट : बारहवीं के बाद होटल इंडस्ट्री में कई तरह के कोर्स उपलब्ध हैं, जो आपको करियर की राह में आगे बढ़ा सकते है. इन कोर्स की अवधि छह महीने से लेकर तीन साल तक हो सकती है. भारत में होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई के लिए नेशनल काउंसिल फॉर होटल मैनेजमेंट एंड केटरिंग टेक्नोलॉजी एक बेहतरीन सरकारी संस्था है. इस कोर्स को करने के बाद आप मैनेजमेंट ट्रेनी, मैनेजर, शेफ, कस्टमर रिलेशन एग्जीक्यूटिव, सेल्स एग्जीक्यूटिव, केटरिंग ऑफिसर की जॉब प्राप्त कर सकते हैं.

इंटीरियर डिजाइनिंग : यह कोर्स उन छात्रों के लिए है, जो क्रिएटिव होने के साथ घर की सज्जा में दिलचस्पी रखते हैं. इंटीरियर डिजाइनिंग में कई संस्थान डिप्लोमा कोर्स मुहैया करा रहे हैं. इन पाठ्यक्रमों के लिए आप 12वीं के बाद आवेदन कर सकते हैं.

फाइन आर्ट्स : अगर आपकी रुचि पेंटिंग, मूर्तिकला या अन्य प्रकार की कला में है, तो आपके लिए फाइन आर्ट्स का क्षेत्र सबसे बेहतर है. आप 12वीं के बाद बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स (बीएफए) कर सकते हैं. फाइन आर्ट्स कोर्स के छात्रों के लिए विभिन्न कंपनियों में इलस्ट्रेटर, एनिमेटर, ग्राफिक डिजाइनर, विजुअल डिजाइनर, डिजिटल डिजाइनर, 2डी/ 3डी आर्टिस्ट, वेब डेवलपर, क्राफ्ट आर्टिस्ट आदि के रूप में ढेरों मौके उपलब्ध हैं.

इन कोर्सेज के अलावा वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी, इवेंट मैनेजमेंट, एनिमेशन, ट्रैवल एंड टूरिज्म, लैंग्वेज और एग्रीकल्चर आदि ऑफ बीट कोर्सेज को अपनाकर छात्र अपने रुचि के क्षेत्र में करियर की ऊंचाइयों को छू सकते हैं.

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