बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने 65 वीं मुख्य परीक्षा 2020, 9 जुलाई, 2020 को स्थगित कर दी है. परीक्षा 4 अगस्त, 5 और 7 को आयोजित होने वाली थी, 2020 को स्थगित कर दिया गया है. परीक्षा की नई तारीखें आयोग द्वारा बीपीएससी की आधिकारिक साइट bpsc.bih.nic.in पर जल्द ही जारी की जाएंगी.
आधिकारिक नोटिस के अनुसार, कुछ अपरिहार्य कारणों से इन परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया है. परीक्षाओं की संशोधित तिथि को नियत समय में अधिसूचित किया जाएगा.
इससे पहले, बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) मुख्य परीक्षा 25, 26 और 28 जुलाई को आयोजित होने वाली थी, जिसे तब अगस्त में स्थगित कर दिया गया था. बिहार लोक सेवा आयोग, बिहार सरकार के विभिन्न विभागों में विभिन्न पदों के लिए 434 रिक्तियों के लिए भर्ती आयोजित करेगा.
इसके अलावा, आयोग सिविल जज (जूनियर ग्रेड) के लिए 221 रिक्त पदों को भरने के लिए 31 वीं न्यायिक सेवा भर्ती अभियान का आयोजन करेगा. बिहार लोक सेवा आयोग ने 9 मार्च, 2020 को 31 वीं बिहार न्यायिक सेवा परीक्षा की आधिकारिक अधिसूचना जारी की थी.
सफलता उसी प्रतियोगी को प्राप्त होती है, जो सफलता के दृढ प्रतिज्ञ तथा समर्पित होता है. बिहार लोक सेवा आयोग सिविल सर्विसेज परीक्षा की तयारी एक वर्ष पूर्व आरम्भ कर देनी चाहिए. यह समय-सीमा सभी प्रतियोगियों के लिए है, सफलता में समय प्रबंधन का सार्वधिक महत्व होता है. प्रारम्भिक परीक्षा सामान्य अध्ययन, मुख्य परीक्षा अनिवार्य पत्र तथा वैकल्पिक विषय की तैयारी सन्तुलित ढंग से करनी चाहिए, ताकि कोई भी पत्र किसी भी दृष्टि से कमजोर न पद जाए.
सामान्य अध्ययन की तैयारी के लिए पिछले वर्षो के सॉल्वड पेपर (Solved Papers) को पढ़कर पैटर्न को ध्यान में रखते हुए तैयारी आरम्भ करें. सामान्य अध्ययन की तयारी हेतु विषय गत जानकारी के अतिरिक्त नवीनतम सामान्य ज्ञान (Current Affairs) से लगातार परिचित रहने के लिए एक-दो समाचार-पत्रों का सूक्ष्म अध्ययन अनिवार्य होगा. राष्ट्रिय, अंतर्राष्ट्रीय , आर्थिक, खेल, पुरस्कार, पुस्तकें तथा वैज्ञानिक खबरों के लिए एक संतुलित English-Hindi Newspaper का दैनिक अध्ययन तैयारी के लिए बहुत जरुरी है. समाचार पत्रों को पढ़ना भी काफी जरूरी है, समाचार पत्र विषयों के समाचार विश्लेषण संतुलित ढंग से प्रस्तुत करता है.
प्रतियोगी को अपनी सफलता सुनिश्चित करने के लिए कुछ दिन की तैयारी के बाद स्वमूल्यांकन भी करे. इस तरह आपको अपनी कमजोरी पकड़ने का मौका मिलता है और आप उसे दूर करने के लिए निश्चित तौर पर प्रयत्न करेंगे. जिस प्रश्न को आप बनाये उसक स्वयं मुल्यांकन न करे, बल्कि सह-प्रतियोगी को इसका अवसर दे. ऐसा इसलिए जरुरु है, क्योंकि यह मानव स्वाभाव है की व्यक्ति अपनी कमजोरियों पर अधिक ध्यान नहीं देता. इस परीक्षा में सफलता के लिए सामूहिक अध्ययन का विशेष महत्व है. सामूहिक अध्ययन में संशय/संदेह का तत्काल समाधान संभव होता है. प्रतियोगी को अध्ययन के आलावा मानसिक थकन से राहतके लिए मनोरंजन के साधनों का सहारा लेना चाहिए. मधुर संगीत सकारात्मक मनोरंजन का अच्छा साधन है.