डिजाइनिंग में हैं करियर की असीम संभावना, यहां से कोर्स कर युवा साकार सर सकते हैं सपने
डिजाइनिंग, तेज गति से विकसित होनेवाला ऐसा क्षेत्र है, जहां ट्रेंड व स्किल्ड प्रोफेशनल्स की मांग निरंतर बनी रहती है. आप अगर कलात्मकता के साथ डिजाइनिंग से संबंधित नयी तकनीक में रुचि रखते हैं, तो इस क्षेत्र में करियर के बेहतरीन मौके प्राप्त कर सकते हैं.
डिजाइनिंग, तेज गति से विकसित होनेवाला ऐसा क्षेत्र है, जहां ट्रेंड व स्किल्ड प्रोफेशनल्स की मांग निरंतर बनी रहती है. आप अगर कलात्मकता के साथ डिजाइनिंग से संबंधित नयी तकनीक में रुचि रखते हैं, तो इस क्षेत्र में करियर के बेहतरीन मौके प्राप्त कर सकते हैं. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन (एनआइडी) के यूजी व पीजी कोर्सेज में प्रवेश के लिए आयोजित डिजाइन एप्टीट्यूड टेस्ट 2021 भी आपके लिए इस इंडस्ट्री में प्रवेश का माध्यम बन सकता है.
डिजाइनिंग अब केवल कला में रुचि रखनेवाले युवाओं का क्षेत्र नहीं रहा. आये दिन अपडेट होती टेक्नोलॉजी और देश में मल्टीनेशनल कंपनियों की बढ़ती संख्या के मौजूदा दौर में यह क्षेत्र लगातार विस्तृत हो रहा है. फैशन डिजाइनिंग के साथ-साथ इस इंडस्ट्री में युवाओं के लिए ग्राफिक डिजाइनिंग, ऑटोमोबाइल डिजाइनिंग, टेक्सटाइल डिजाइनिंग व एमिनेशन समेत कई विकल्प उपलब्ध हैं, जहां वे सफल करियर की नींव रख सकते हैं.
आपके लिए है यह क्षेत्र : मान्यताप्राप्त संस्थान से किसी भी स्ट्रीम में दसवीं पास करने के बाद आप सर्टिफिकेट या डिप्लोमा कोर्स के साथ डिजाइनिंग के क्षेत्र में प्रवेश कर सकते हैं. आप अगर इस क्षेत्र में एक अलग पहचान बनाना चाहते हैं, तो 12वीं के बाद डिजाइन में स्नातक, परास्नातक या स्पेशलाइजेशन करना आपके लिए बेहतर होगा.
यदि आपका इरादा देश के शीर्ष संस्थानों से डिजाइनिंग में यूजी व पीजी करना है, तो इसके लिए आपको अंडरग्रेजुएट कॉमन एंट्रेंस एग्जाम फाॅर डिजाइन (यूसीड), कॉमन एंट्रेंस एग्जामिनेशन फॉर डिजाइन (सीड), नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन की ओर से अायोजित डिजाइन एप्टीट्यूड टेस्ट और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (निफ्ट) जैसी परीक्षाओं के लिए खुद को तैयार करना होगा. डिजाइन से जुड़े कुछ स्पेशलाइजेशन ऐसे भी हैं, जो केवल मैथ्स के छात्रों को आगे बढ़ने का मौका देते हैं, जैसे वेब डिजाइन, रोबोटिक्स डिजाइन, साउंड डिजाइन आदि.
डिजाइन से जुड़े हैं कई उप-क्षेत्र : डिजाइनिंग के बढ़ते दायरों के साथ आज इस क्षेत्र से कई उप-क्षेत्र जुड़ चुके हैं. इनमें मुख्य रूप से इंटीरियर डिजाइन, ग्राफिक डिजाइन, ऑटोमोबाइल डिजाइन, वेब डिजाइन, टेक्सटाइल डिजाइन, ज्वेलरी डिजाइन, प्रोडक्ट डिजाइन, इंडस्ट्रियल डिजाइन, गेम डिजाइन, लेदर डिजाइन, मल्टीमीडिया डिजाइन, निटवियर डिजाइन, सिरेमिक डिजाइन, एनिमेशन डिजाइन, फैशन डिजाइन आदि शामिल हैं. आप अपनी रुचि एवं योग्यता के अनुसार इनमें से किसी भी विषय का चयन कर सकते हैं.
पहचान बनाने के मौके : यह इंडस्ट्री आपके चुने गये स्पेशलाइजेशन के आधार पर आपको अलग पहचाने बनाने के कई विकल्प देती है. इंडस्ट्री में यदि आप फैशन डिजाइनिंग के क्षेत्र में आगे बढ़ते हैं, तो फैशन डिजाइनर, फैशन कंसलटेंट, पर्सनल स्टाइलिस्ट, एम्ब्रायडरी मेकर आदि के रूप में काम कर सकते हैं.
अन्य स्पेशलाइजेशन के साथ आप इलस्ट्रेटर, राइटर एंड ड्राफ्टर, म्यूजियम एंड आर्ट गैलरी मैनेजर, गेम डिजाइनर, वेब डिजाइनर, ग्राफिक डिजाइनर, टेक्निकल डिजाइनर, ऑटोमोबाइल डिजाइनर, पैटर्न मेकर/ कॉस्टयूम डिजाइनर/ क्लॉथ डिजाइनर, सिविल व मेकेनिकल इंजीनियर, आर्किटेक्ट-बिल्डिंग/ इन्फ्रास्ट्रक्चर डिजाइन, प्रोडक्ट डिजाइनर और इंटीरियर डिजाइनर आदि के रूप में खुद को स्टेबलिश कर सकते हैं.
ज्वेलरी डिजाइनिंग भी एक अच्छा करियर विकल्प है. आप चाहें तो किसी संस्थान के साथ जुड़ कर डिजाइनिंग लेक्चरर या प्रोफेसर के रूप में काम कर सकते हैं. वहीं, जर्नलिज्म के क्षेत्र में फैशन जर्नलिस्ट, राइटर व क्रिटिक के रूप में अपनी पहचान बना सकते हैं.
आइआइसीडी के एमडेस प्रोग्राम में लें प्रवेश : इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ क्राफ्ट एंड डिजाइन (आइआइसीडी), जयपुर अभ्यर्थियों को डिजाइन में स्पेशलाइजेशन के दो वर्षीय मास्टर प्रोग्राम की कुल 90 सीटों पर प्रवेश प्राप्त करने का मौका दे रहा है.
कोर्स : एमडेस इन साॅफ्ट मटेरियल डिजाइन, हार्ड मटेरियल डिजाइन, फायर्ड मटेरियल डिजाइन, फैशन क्लोदिंग डिजाइन, क्राफ्ट्स कम्युनिकेशंस और ज्वेलरी डिजाइन.
योग्यता : डिजाइन में स्नातक करनेवाले या आर्किटेक्चर बैकग्राउंड के छात्र आवेदन कर सकते हैं.
कैसे मिलेगा प्रवेश : प्रवेश परीक्षा के माध्यम से दाखिला दिया जायेगा.
आवेदन प्रक्रिया : इच्छुक अभ्यर्थी 21 अप्रैल, 2021 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं.