सुप्रीम कोर्ट शुक्रवार को यानी आज वर्तमान COVID-19 स्थिति के बीच कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई करेगा. याचिका की सुनवाई न्यायमूर्ति ए.एम. खानविलकर और न्यायमूर्ति दिनेश माहेश्वरी ने अदालत से सीबीएसई, सीआईएससीई और सरकार को एक विशिष्ट समय सीमा के भीतर कक्षा 12 के छात्रों के परिणाम घोषित करने के लिए “ऑब्जेक्टिव मेथडॉलॉजी” तैयार करने का निर्देश देने का अनुरोध किया.
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) जल्द ही कक्षा 12वीं की सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं पर निर्णय की घोषणा कर सकता है. केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ने रविवार को राज्यों से 12वीं की फाइनल परीक्षा पर सुझाव भेजने को कहा था और कहा था कि जल्द से जल्द फैसला लिया जाएगा.
क्या कहा गया है याचिका में
याचिका में कहा गया है “सीबीएसई के तहत कक्षा 12 के 12 लाख से अधिक छात्र अपनी परीक्षा के स्थगित होने के कारण परेशान स्थिति में रह गए हैं.वर्तमान स्थिति को देखते हुए, जहां रोजाना 3,500 से अधिक मौतों के साथ कोविड के लगभग 4 लाख मामले सामने आ रहे हैं, यह अनुमान नहीं लगाया जा सकता है कि कब फिजिकल मोड के माध्यम से कक्षा 12 की परीक्षा आयोजित करने के लिए स्थिति नियंत्रण में होगी. मेडिकल इमरजेंसी और बढ़ते कोविड मामलों के मद्देनजर, आगामी हफ्तों में परीक्षा (या तो ऑफलाइन / ऑनलाइन / मिश्रित) का संचालन संभव नहीं है और परीक्षा में देरी से छात्रों को अपूरणीय क्षति होगी क्योंकि विदेशी विश्वविद्यालयों में उच्च शिक्षा पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने में परेशानी होगी. “
यह कदम केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की एक उच्च स्तरीय बैठक के कुछ दिनों बाद बोर्ड परीक्षाओं के आयोजन पर “आम सहमति” पर पहुंचने के बाद आया है. हालांकि, सरकार ने सभी राज्यों से सुझावों की एक विस्तृत सूची मांगी और 1 जून, 2021 को या उससे पहले निर्णय की घोषणा करने का आश्वासन दिया। बैठक में केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, प्रकाश जावड़ेकर, स्मृति ईरानी, मुख्यमंत्रियों और शिक्षा मंत्रियों ने भाग लिया.
इससे पहले 21 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आगामी बोर्ड परीक्षाओं पर चर्चा की थी. उन्होंने एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित करने और छात्रों की सुरक्षा और शैक्षणिक कैरियर को ध्यान में रखते हुए निर्णय लेने का आग्रह किया था.
कोरोना के कारण रद्द कर दी गई थी बोर्ड की परीक्षा
कोरोना के दूसरी लहर ने शिक्षण संस्थानों को लंबे समय तक बंद रहने पर मजबूर कर दिया है. लेकिन इस बीच तैयारी की जा रही है कि छात्रों के ज्ञान में कोई कमी नहीं रहे. यहां बता दें कि सीबीएसई बोर्ड (CBSE Board Exam 2021) की परीक्षाएं 4 मई से शुरू होने वाली थीं. लेकिन COVID-19 महामारी की दूसरी लहर के कारण स्थगित कर दी गईं.
Posted By: Shaurya Punj