10th & 12th Board Exam: CBSE, ICSE और JAC बोर्ड की परीक्षा, विद्यार्थियों के लिए जरूरी टिप्स, ऐसे करें तैयारी
फेस्टिव सीजन (Festival Season) खत्म हो चुका है. अब एग्जाम टाइम (Exam Time) है. विभिन्न बोर्ड की ओर से 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा (10th and 12th Examination) का शिड्यूल जारी कर दिया गया है. आठ अप्रैल से आइसीएसइ बोर्ड के विद्यार्थियों की प्रैक्टिकल परीक्षा शुरू होनेवाली है.
फेस्टिव सीजन (Festival Season) खत्म हो चुका है. अब एग्जाम टाइम (Exam Time) है. विभिन्न बोर्ड की ओर से 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा (10th and 12th Examination) का शिड्यूल जारी कर दिया गया है. आठ अप्रैल से आइसीएसइ बोर्ड के विद्यार्थियों की प्रैक्टिकल परीक्षा शुरू होनेवाली है. वहीं सीबीएसइ स्कूल में विद्यार्थियों की प्रैक्टिकल परीक्षा छोटे-छोटे समूह में बांटकर ली जा रही हैं.
इसके बाद चार मई से सीबीएसइ (CBSE), आइसीएसइ (ICSE) और झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) की बोर्ड परीक्षा शुरू होगी. इस तरह विद्यार्थियों के पास अब तैयारी को सिर्फ 33 दिन बचे हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि विद्यार्थियों को गंभीर होकर अनुशासित समय में रूटीन तैयार कर अभ्यास में जुटना होगा. इससे बेहतर रिजल्ट के साथ सफलता हासिल की जा सकती है.
बेहतर तैयारी के लिए शुरू हुई ऑफलाइन क्लास : कोरोना संक्रमण के खतरे से बचते हुए बोर्ड परीक्षार्थियों के लिए दोबारा स्कूल खोले गये. 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों को बेहतर तैयारी करायी जा सके, इसके लिए ऑफलाइन क्लास को प्राथमिकता दी गयी. साथ ही ऑनलाइन क्लास और व्हाट्सऐप ग्रुप भी एक्टिव हैं. इनसे नियमित विद्यार्थी शिक्षक के साथ जुड़कर बेसिक को मजबूत करने में जुटे हुए हैं. शिक्षकों का कहना है कि बोर्ड परीक्षा को नजदीक आते देख विद्यार्थी अब एक्टिव हो गये हैं. पहले की तुलना में ज्यादा विद्यार्थी ऑनलाइन व ऑफलाइन क्लास से जुड़ रह रहे हैं.
रूटीन तैयार करें और कमजोर विषय पर ज्यादा समय दें विद्यार्थी: राजधानी के कई स्कूलों में अप्रैल के पहले सप्ताह में प्री-बोर्ड परीक्षाएं ली जायेंगी. इसका उद्देश्य बोर्ड परीक्षा से पूर्व विद्यार्थियों का मूल्यांकन करना है. प्री-बोर्ड परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को परीक्षा की तैयारी के लिए अवकाश दे दिया जायेगा. जबकि सिर्फ पास मार्क्स की बॉर्डर लाइन पर खड़े विद्यार्थियों के लिए ऑफलाइन क्लास चलेगी. इन विद्यार्थियों को चिन्हित कर एक्सट्रा क्लास दी जायेगी.
विषयवार रूटीन बनाने से तैयारी होगी बेहतर: शिक्षकों का कहना है कि विषयवार बेहतर तैयारी के लिए विद्यार्थी रूटीन बना सकते हैं. इससे पढ़ाई का लय बना रहता है. प्रत्येक दिन पांच से छह घंटे भी नियमित पढ़ाई करने से विद्यार्थी बेहतर रिजल्ट कर सकेंगे. वहीं कई ऐसे भी विद्यार्थी हैं, जो रूटीन बनाकर भी उसे फॉलो नहीं करते. इससे समय रहते विद्यार्थियों का सिलेबस पूरा नहीं होता. परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए विद्यार्थियों को रूटीन तैयार कर कमजोर विषय को ज्यादा समय देना हाेगा.
एनसीइआरटी को फॉलो करें साइंस के विद्यार्थी: साइंस विषय की शिक्षिका सुषमा प्रसाद ने कहा कि फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ को लेकर बोर्ड के विद्यार्थियों को अब गंभीर होने की जरूरत है. कोचिंग और ट्यूशन का चक्कर छोड़ अब सेल्फ स्टडी पर ध्यान दें. इससे विद्यार्थी विषयवार अपनी कमजोरी को पकड़ सकेंगे. पढ़ाई के लिए स्टडी मेटेरियल पर आश्रित न रहकर एनसीइआरटी को फॉलो करें. बोर्ड परीक्षा के लिए प्रत्येक चैप्टर के महत्व को समझते हुए, उसकी तैयारी करनी होगी. एनसीइआरटी में समाहित इंटरनल और टेक्सटबुक एक्सरसाइज इसमें मदद करेंगे. इससे डायरेक्ट, इंडायरेक्ट और हॉट आंसर टाइप क्वेश्चन को समझना आसान होगा.
विद्यार्थी विषय का ग्रुप बनाकर करें तैयारी: कॉमर्स संकाय की शिक्षिका श्वेता गुहा रॉय ने बताया कि बोर्ड ने सिलेबस में 30 फीसदी की कटौती की है. इन शेष चैप्टर की तैयारी बेसिक नॉलेज के साथ करनी होगी. रोजाना दो सैंपल पेपर हल करने से टाइम मैनेजमेंट, उत्तर में गलती की संभावना और प्रश्नों को समझ कर हल करने की क्षमता विकसित होगी. विद्यार्थी विषयों का एक ग्रुप तैयार कर सकते हैं. उदाहरण के तौर पर एकाउंटेंसी और बिजनेस स्टडी, बिजनेस स्टडी और इकोनॉमिक्स व एकाउंटेंसी और इकोनॉमिक्स. इससे प्रत्येक विषय को बराबर का समय दिया जा सकेगा. एकाउंटेंसी में विद्यार्थी अक्सर कैलकुलेशन में गलती करते हैं, इसमें रिवीजन मददगार होगी. वहीं इकोनॉमिक्स और बिजनेस स्टडी के लिए फ्लो चार्ट बनाने से इन्हें याद करने में आसानी होगी.
रांची में 20 केंद्रों पर होगी सीबीएसइ की परीक्षा : राजधानी से 10वीं के 12600 और 12वीं के 11428 परीक्षार्थी शामिल होंगे. बेहतर तैयारी के साथ परीक्षा में शामिल होने के लिए निश्चित अंतराल दिया गया है. पिछले वर्ष बोर्ड परीक्षा का संचालन 16 केंद्रों पर हुआ था. इस वर्ष कोरोना संक्रमण से सावधानी बरतते हुए परीक्षा केंद्र की संख्या 20 कर दी गयी है. केंद्र के रूप में स्कूल के चयन की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है.
– डॉ मनोहर लाल, सिटी को-ऑर्डिनर, सीबीएसइ
सभी बोर्ड ने एकजुट होकर परीक्षा के संचालन को लेकर चर्चा की है. आइसीएसइ और आइएससी की परीक्षा होम सेंटर पर ही होगी. रांची में 41 आइसीएसइ स्कूल हैं. 10वीं बोर्ड परीक्षा 32 स्कूलों और 12वीं की परीक्षा नौ स्कूलों में होगी. इन सबको होम सेंटर के रूप में चिन्हित किया गया है. सोशल डिस्टैंसिंग के साथ परीक्षा ली जायेगी.
– एसडीडी नायडू, को-ऑडिनेटर, आइसीएसइ
Posted by: Pritish Sahay