कोरोना वायरस संक्रमण के कारण हुए लॉकडाउन के कारण पिछले दो-तीम महिनों से विद्यालय में पढ़ाई पूरी तरह से बंद है. इसके अलावा परीक्षाओं को भी स्थगित कर दिया गया है. अब समय की कमी को देखते हुए सीबीएसई के सिलेबस में कटौती की जाने वाली है. मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने यह जानकारी एक ट्वीट के माध्यम से यह जानकारी दी है.
उन्होंने ट्वीट किया, “मौजूदा परिस्थिति के मद्देनजर और अभिभावकों एवं शिक्षकों की ओर से मिले काफी आग्रह के बाद हम आगामी शैक्षिक सत्र के सिलेबस और पढ़ाई के घंटे में कटौती पर विचार कर रहे हैं.“ उन्होंने सभी शिक्षकों, शिक्षाविदों से इस मामले पर सुझाव मांगा है.
In view of the current circumstances and after receiving a lot of requests from parents and teachers, we are contemplating the option of reduction in the syllabus and instructional hours for the coming academic year.@SanjayDhotreMP @HRDMinistry @PIB_India @MIB_India
— Dr. Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) June 9, 2020
माता-पिता और शिक्षक जो मानव संसाधन विकास मंत्री द्वारा सुनाए जाने वाले पाठ्यक्रम को कम करने के बारे में अपने सुझाव चाहते हैं, उन्हें रमेश पोखरियाल के ट्विटर या फेसबुक पेज पर हैशटैग #SyllabusForStudents2020 के साथ अपने इनपुट भेजने की आवश्यकता है.
केंद्रीय मानव संसाधन और विकास मंत्री (HRD) रमेश पोखरियाल निशंक और राज्य के शिक्षा मंत्री के बीच हाल ही में हुई एक बैठक में, दिल्ली के डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने भी चिंता जताई थी और केवल स्कूल की पाठ्यपुस्तकों से ही अध्यायों कम करने के लिए कहा था, इसके अलावे अगले साल आयोजित होने वाली जेईई और नीट की परीक्षाओं के बहारे में भी उन्होंने बात की.
अप्रैल के शुरू में जारी इस वर्ष के नए सीबीएसई पाठ्यक्रम ने भले ही छात्रों पर दबाव को कम करने के लिए कक्षा 9 से 12 के लिए कुछ बदलाव किए हों, लेकिन लगभग तीन महीने से जारी लॉकडाउन ने इसे और स्पष्ट कर दिया है कि सिलेबस में कमी जरूरी है.
इस साल के शुरू में सीबीएसई द्वारा किए गए सिलेबस में बदलाव के लिए घर पर बेहतर शिक्षण और ऑनलाइन शिक्षा की सुविधा थी क्योंकि उच्च कक्षाओं के लिए विज्ञान के सिलेबस में प्रैक्टिकल में बदलाव देखा गया था.
सीबीएसई ने कोविड-19 महामारी की शुरुआत के कारण शेष कक्षा 10 और कक्षा 12 परीक्षाओं को स्थगित कर दिया था. ये परीक्षा अब 1 जुलाई से 15 जुलाई के बीच आयोजित की जाएगी. 2 जून को जारी एक अधिसूचना में, सीबीएसई ने कहा था कि “परीक्षा अब उम्मीदवार के संबंधित स्कूलों में आयोजित की जाएगी न कि पहले से आवंटित परीक्षा केंद्र में.” वैसे छात्र जो हॉस्टल में रहते हैं, वे छात्र जो परीक्षा केंद्रों में बदलाव के लिए आवेदन कर सकते हैं.