बड़े काम के हैं कंप्यूटर के ये सर्टिफिकेट

सूचना प्रौद्योगिकी यानी आईटी सेवाओं का प्रसार आज लगभग हर क्षेत्र में हो चुका है. जॉब की तलाश कर रहे हर युवा को कंप्यूटर ऑपरेशन से संबंधित प्राथमिक जानकारी होनी चाहिए.

By Shaurya Punj | March 14, 2020 11:37 PM

अनिमेष नाथ

आधुनिकता के दौर में कंप्यूटर नॉलेज की अनिवार्यता बढ़ी है. वर्तमान में नौकरियों में सॉफ्टवेयर की जानकारी, डॉक्यूमेंट बनाने और प्रजेंटेशन बनाने आदि का ज्ञान अनिवार्य रूप से मांगा जाता है़ कई सरकारी नौकरियां भी हैं, जिनमें कंप्यूटर कोर्सेज अनिवार्य रूप से मांगे जाते हैं. इन कोर्सेज के अंतर्गत ‘ओ’ लेवल सर्टिफिकेट प्रोग्राम, ‘ए’ लेवल, ‘बी’ लेवल तथा ‘सी’ लेवल डिप्लोमा कोर्स उपलब्ध हैं. आइये जानते हैं, इन कोर्सेस के माध्यम से किस प्रकार से नौकरियां उपलब्ध होंगी तथा कौन से संस्थान हैं, जहां कंप्यूटर सर्टिफिकेट एवं डिप्लोमा कोर्स कराये जाते हैं.

‘ए’ लेवल डिप्लोमा कोर्स

‘ए’ लेवल कंप्यूटर कोर्स एक आइटी प्रोफेशनल कोर्स है, जिसे ‘ओ’ लेवल सर्टिफिकेट कोर्स करने के बाद किया जा सकता है. यह डिप्लोमा कोर्स एक एडवांस डिप्लोमा कोर्स के समतुल्य माना जाता है. इस कोर्स की अवधि 18 माह तथा लेवल ‘ओ’ लेवल क्वालिफाइड छात्रों के लिए अवधि एक वर्ष होती है. इस कोर्स में ‘एनआइईएलआइटी’ द्वारा आयोजित एंट्रेंस टेस्ट पास करके दाखिला लिया जा सकता है. आवेदन प्रक्रिया का आयोजन प्रतिवर्ष दो बार जनवरी एवं जुलाई माह में किया जाता है. ‘ओ’ लेवल डिप्लोमा क्वालीफाइड अथवा किसी मान्यताप्राप्त संस्थान से स्नातक अथवा पॉलिटेक्निक इंजीनियरिंग डिप्लोमा पास छात्र इस कोर्स में दाखिला ले सकते हैं. इस कोर्स को करने के बाद छात्र सिस्टम एनालिस्ट, डेटाबेस एडमिनिस्ट्रेटर, सॉफ्टवेयर इंजीनियर, नेटवर्क सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर एवं शिक्षक के रूप में करियर बना सकते हैं.

‘बी’ लेवल डिप्लोमा कोर्स

‘बी’ लेवल डिप्लोमा कोर्स एक प्रोफेशनल कोर्स है, जो ‘ए’ लेवल डिप्लोमा कोर्स करने के बाद किया जा सकता है. मानव संसाधन मंत्रालय द्वारा इस कोर्स को एमसीए डिग्री के समतुल्य मान्यता प्रदान की गयी है. ‘ए’ लेवल क्वालीफाइड अथवा कंप्यूटर एप्लीकेशन में पोस्टग्रेजुएट अथवा स्नातक अथवा मान्यताप्राप्त शिक्षण संस्थान से पॉलिटेक्निक इंजीनियरिंग डिप्लोमा पास छात्र इस कोर्स में दाखिला ले सकते हैं. इस कोर्स की अवधि 18 माह तय की गयी है़ ‘ए’ लेवल डिप्लोमा क्वालीफाइड छात्रों को दो सेमेस्टर की छूट का लाभ प्रदान किया जायेगा. इस कोर्स में ‘एनआइईएलआइटी’ द्वारा आयोजित एंट्रेंस टेस्ट पास करके दाखिला लिया जा सकता है. आवेदन प्रक्रिया का आयोजन प्रतिवर्ष दो बार जनवरी एवं जुलाई माह में किया जाता है. इस कोर्स को करने के बाद छात्र प्रोग्रामर, वेब एडमिनिस्ट्रेटर, वेब कंटेंट डेवलपर, ट्रबल शूटर, शिक्षक, सिस्टम एनालिस्ट, ट्रेनिंग फैकल्टी, आर एंड डी साइंटिस्ट एवं ईडीपी मैनेजर के रूप में करियर बना सकते हैं.

‘ओ’ लेवल सर्टिफिकेट कोर्स

कंप्यूटर का ‘ओ’ लेवल कोर्स राष्ट्रीय इलेक्ट्राॅनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान द्वारा कराया जाता है. जिसे पहले ‘डीओईएसीसी’ के नाम से जाना जाता था. इस कोर्स का पाठ्यक्रम एक वर्ष का होता है. इस सर्टिफिकेट प्रोग्राम में प्रतिवर्ष दो बार जनवरी एवं जुलाई में एडमिशन प्रक्रिया का आयोजन किया जाता है. 12वीं अथवा आईआईटी डिप्लोमा पास छात्र इस प्रोग्राम में एडमिशन ले सकते हैं. ‘ओ’ लेवल कोर्स के तहत छात्र को कंप्यूटर की बेसिक जानकारी प्रदान की जाती है. इस कोर्स की मान्यता एक फाउंडेशन लेवल कोर्स के समतुल्य होती है. ‘ओ’ लेवल कोर्स करने के बाद आप असिस्टेंट प्रोग्रामर, ईडीपी असिस्टेंट, वेब डिजाइनर एवं शिक्षक के रूप में करियर बना सकते हैं.

‘सी’ लेवल डिप्लोमा कोर्स

यह एक प्रोफेशनल कोर्स है जिसे ‘बी’ लेवल डिप्लोमा कोर्स करने के बाद किया जा सकता है. ‘सी’ लेवल डिप्लोमा कोर्स ‘एनआइईएलआइटी’ द्वारा संचालित एक प्रोफेशनल कोर्स है. ‘बी’ लेवल क्वालीफाइड/बीई/बीटेक/एमसीए/एमएससी कंप्यूटर साइंस अथवा गणित/ सांख्यिकी में परास्नातक अथवा एमबीए के साथ स्नातक स्तर पर गणित/सांख्यिकी विषय के साथ पास छात्र इस कोर्स में दाखिला ले सकते हैं. स्नातक पास छात्रों के लिए 18 माह का अनुभव अनिवार्य है. ‘सी’ लेवल कोर्स की अवधि दो वर्ष तय की गयी है. इस कोर्स में आवेदन के लिए ‘एनआइईएलआइटी’ द्वारा आयोजित एंट्रेंस टेस्ट पास करके दाखिला लिया जा सकता है. आवेदन प्रक्रिया का आयोजन प्रतिवर्ष दो बार जनवरी एवं जुलाई माह में किया जाता है. इस कोर्स के पश्चात छात्र प्रोजेक्ट मैनेजर, सिस्टम स्पेशलिस्ट, आईटी कंसल्टेंट, फैकल्टी एवं आर एंड डी साइंटिस्ट के रूप में करियर बना सकते हैं.

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