Coronavirus Impact: कोविड-19 के कारण CTET की परीक्षा हुई स्थगित
CTET July 2020 exam postponed: कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) को फिलहाल के लिए स्थगित कर दिया गया है. शिक्षा मंत्री रमंश चंद्र पोखरियाल ने ट्वीट करके ये जानकारी दी है कि वर्तमान परिस्थितियों के मद्देनज़र CBSE द्वारा 5 जुलाई को आयोजित होने वाली केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) परीक्षा को स्थगित करने का फैसला लिया गया है.
CTET July 2020 exam postponed: कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) को फिलहाल के लिए स्थगित कर दिया गया है. शिक्षा मंत्री रमंश चंद्र पोखरियाल ने ट्वीट करके ये जानकारी दी है कि वर्तमान परिस्थितियों के मद्देनज़र CBSE द्वारा 5 जुलाई को आयोजित होने वाली केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) परीक्षा को स्थगित करने का फैसला लिया गया है.
वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए 5 जुलाई 2020 को #CBSE द्वारा आयोजित की जाने वाली #CTET परीक्षा को फिलहाल स्थगित करने का निर्णय लिया गया है। स्थितियाँ अनुकूल होने पर परीक्षा की अगली तिथि की घोषणा की जाएगी ।@cbseindia29 pic.twitter.com/he2X4xBIm2
— Dr. Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) June 25, 2020
इससे पहले गुरुवार को, सीबीएसई ने भी सुप्रीम कोर्ट को सूचित किया है कि वह कक्षा 10 वीं की परीक्षा आयोजित नहीं करेगा, जबकि 12 वीं कक्षा के छात्रों को परिस्थितियों के अनुकूल होने के बाद परीक्षा में बैठने का विकल्प दिया जाएगा. इसके बाद, आईसीएसई बोर्ड (ICSE Board Exams) ने कक्षा 10, 12 की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने की भी घोषणा की.
सीबीएसई बोर्ड (Cbse Board Exams) के 12वीं कक्षा के छात्रों के पास बाद में परीक्षा देने या फिर पिछली तीन आंतरिक परीक्षाओं में प्रदर्शन के आधार पर मूल्यांकन का रास्ता चुनने का विकल्प उपलब्ध रहेगा. परंतु 10वीं कक्षा के छात्रों के लिये पुन:परीक्षा का विकल्प नहीं होगा. आईसीएसई बोर्ड के 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों के पास दुबारा परीक्षा का विकल्प उपलब्ध नहीं होगा.
न्यायमूर्ति ए एम खानविलकर, न्यायमूर्ति दिनेश माहेश्वरी और न्यायमूर्ति संजीव खन्ना की पीठ ने वीडियो कांफ्रेन्सिंग के माध्यम से सुनवाई के दौरान केन्द्र और सीबीएसई बोर्ड की ओर से सालिसीटर जनरल तुषार मेहता के इस कथन का संज्ञान लिया कि 1 से 15 जुलाई के दौरान होने वाली 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षायें रद्द कर दी गयी हैं। मेहता ने पीठ को सूचित किया कि 12वीं कक्षा के छात्रों के पिछली परीक्षाओं में प्रदर्शन के आधार पर उनका आकलन करने की एक योजना तैयार की गयी है.
अगस्त के मध्य रिजल्ट जारी किया जाएगा. सीबीएसई की ओर से दलील रखते हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि दिल्ली, महाराष्ट्र और तमिलनाडु ने परीक्षाएं आयोजित करने में असमर्थता जताई है.
बोर्ड परीक्षार्थियों के माता-पिता द्वारा दायर याचिका में कहा गया है कि कोविड-19 का प्रसार तेजी से बढ़ता जा रहा है. ऐसे में एग्जाम लेना सुरक्षित नहीं है. हालांकि सीएबीएसई ने पिछले दिनों अपना पक्ष रखते हुए कहा था कि बोर्ड एग्जाम को रद्द नहीं किया जा सकता है. सीबीएसई इसके डेट बढ़ाने पर विचार कर रही है.