DU Cut-Off 2021: इस साल ज्यादा रह सकती है डीयू की कट ऑफ, ये विद्यार्थी नहीं बदल सकेंगे कोर्स और कॉलेज
DU Cut-Off 2021: दिल्ली विश्वविद्यालय पहली कट-ऑफ सूची एक अक्टूबर को जारी करेगा. दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेज के प्राचार्यों ने कहा है कि पिछले साल की तुलना में अधिक कट-ऑफ जा सकती है
दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेज के प्राचार्यों ने कहा है कि पिछले साल की तुलना में अधिक कट-ऑफ जा सकती है क्योंकि इस बार सीबीएसई कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा में 70,000 से अधिक छात्रों ने 95 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल किए हैं. विश्वविद्यालय पहली कट-ऑफ सूची एक अक्टूबर को जारी करेगा और इस बीच, कॉलेज पंजीकरण डेटा का विश्लेषण करने के लिए बैठकें कर रहे हैं.
DU Cut Off List: इंपार्टेंट डेट्स
इसके अलावा, यदि विश्वविद्यालय 1 अक्टूबर को पहली कट ऑफ जारी करता है, तो प्रवेश प्रक्रिया 4 अक्टूबर से शुरू होगी. एक अक्टूबर की तारीख को उन छात्रों को अनुमति देने के लिए चुना गया है, जो सुधार और कंपार्टमेंट परीक्षा के लिए उपस्थित हुए हैं, यदि वे आवेदन करते हैं और कंपार्टमेंट परीक्षा के लिए उपस्थित हुए हैं, यदि वे आवेदन करते हैं और पात्रता मानदंडों को पूरा करते हैं.
मिरांडा हाउस कॉलेज की प्राचार्य ने कही ये बात
मिरांडा हाउस कॉलेज की प्राचार्य डॉ बिजयलक्ष्मी नंदा ने कहा कि उन्होंने सीबीएसई स्कूलों के प्रधानाचार्यों से बात की है और उन्होंने उन्हें बताया कि इस साल 95 प्रतिशत या इससे अधिक अंक हासिल करने वाले छात्रों की संख्या थोड़ी अधिक है. नंदा ने कहा, “कट-ऑफ में पिछली बार की तुलना में थोड़ा बदलाव किया जाएगा. कट-ऑफ 100 फीसदी के करीब होगी लेकिन हम उनके साथ यथार्थवादी होंगे.”
राजधानी कॉलेज के प्राचार्य डॉ राजेश गिरी ने कहा कि सभी पाठ्यक्रमों में पिछले साल की तुलना में कॉलेज में कट-ऑफ में दो प्रतिशत की वृद्धि होगी. कॉलेज की प्रवेश समिति ने मंगलवार को हुई बैठक में यह फैसला लिया. गिरी ने कहा कि अधिकांश कॉलेज पिछले साल की तुलना में अधिक अंक प्राप्त करेंगे.
डीयू में दाखिले के लिए इस बार कुल पांच कटऑफ निकाली जानी हैं. तीन कटऑफ के बाद एक स्पेशल कटऑफ आएगी. जिन विद्यार्थियों ने पहले की तीन कटऑफ में से किसी में भी प्रवेश प्राप्त कर लिया होगा, उन्हें स्पेशल कट-ऑफ में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी. जो विद्यार्थी दाखिला लेने से वंचित रहेंगे, उन्हें ही इसमें मौका दिया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक छात्र दाखिले के योग्य बन सकें। हर साल हरेक कटऑफ में विद्यार्थी कॉलेज और कोर्स बदलते हैं.