रांची के रहने वाले डॉक्टर अंकित कुमार गर्ग ऑर्थोपेडिक सर्जन ने एम्स के एम.सी.एच परीक्षा (joint reconstruction and replacement) में पहला रैंक प्राप्त कर देश में टॉप किया है. डॉ अंकित कुमार गर्ग, हड्डी रोग विशेषज्ञ बरियातु निवासी, कान, नाक गले के विशेषज्ञ डॉ एसएन लाल और कुमुद अग्रवाल के पुत्र हैं.
डॉ अंकित बचपन से ही डॉक्टर बनना चाहते थे यही वजह रही की दसवीं बोर्ड के बाद ही उन्होंने मेडिकल की तैयार शुरू कर दी. अंकित के अनुसार उन्होंने मेडिकल की तैयारी के लिए किसी तरह की कोचिंग संस्थान का सहारा नहीं लिया. सिलेबस और सेल्फ स्टडी पर पूरी तरह से फोकस किया. 12वीं के बाद पहले ही प्रयास में मेडिकल की परीक्षा में सफलता मिली और मेडिकल संस्थान में प्रवेश मिल गया.
बता दें कि रांची के रहने वाले डॉक्टर अंकित कुमार गर्ग ने अपनी स्कूली शिक्षा रांची के सुरेंद्रनाथ सेंटेनरी स्कूल से पूरी की है. 10वीं बोरड की परीक्षा में उन्हें 93.6% मार्क्स मिले थे. अंकित ने 12वीं की पढ़ाई वर्ष 2009 में जेवीएम श्यामली से पूरी की. 12वीं में उन्हें 91 प्रतिशत मार्क्स मिले थे. साल 2015 में गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, पश्चिम बंगाल से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी की. एमबीबीएस डिग्री प्राप्त करने के बाद उन्होंने प्रसिद्ध गंगा अस्पताल कोयंबटूर से स्पेशलाइजेशन कोर्स, डी.एन.बी (हड्डी specialist) की डिग्री हासिल की. डॉ अंकित कुमार गर्ग ने एम्स रायपुर में हड्डी रोग सीनियर रेजिडेंट सर्जन के रूप में 17 महीने का सफल योगदान दे चुके हैं.
MCh Degree का फुल फॉर्म Master of Chirurgiae (जनरल सर्जरी) है जो लैटिन शब्द Magister Chirugiae से आया है. यह सर्जिकल साइंस में सर्वोच्च मास्टर डिग्री माना जाता है, मास्टर चिरुर्गिया (एमसीएच) मास्टर ऑफ सर्जरी के बाद एक अत्यंत उन्नत और चयनात्मक स्नातकोत्तर / डॉक्टरेट की डिग्री है जो एक व्यक्ति को जटिल सर्जिकल प्रक्रियाओं की तकनीकी समझ से लैस करता है. इसमें भारी मात्रा में अनुसंधान और व्यावहारिक प्रशिक्षण शामिल है क्योंकि स्नातकों से अत्यधिक मांग वाले वातावरण में काम करने की उम्मीद की जाती है. यदि आपने हाल ही में सर्जरी में अपना एमएस पूरा किया है और क्षेत्र में गहराई से जाना चाहते हैं, तो एमसीएच की डिग्री सही है.