खेल के क्षेत्र में सपने कर सकते हो पूरे, जानें कैसे

आज के समय में यह साबित हो चुका है कि खेल-कूद बच्चों के विकास में बाधक नहीं, बल्कि सहायक होते हैं. खेल से खुद को चुस्त-दुरुस्त रखने में तो मदद मिलती ही है, खेल के क्षेत्र में ऊंचाइयों को भी छुआ जा सकता है. सचिन तेंदुलकर, नीरज चोपड़ा, मीराबाई चानू, मैरीकॉम, महेंद्र सिंह धौनी जैसे अनेकों उदाहरण हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 28, 2022 12:38 PM

हर वर्ष 29 अगस्त को अपने देश में राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है. यह दिवस महान हॉकी प्लेयर मेजर ध्यानचंद की जयंती का प्रतीक है. हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले ध्यानचंद का जन्म 29 अगस्त, 1905 में हुआ था. खेल हर किसी के जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. यह शारीरिक के साथ-साथ मानसिक विकास के लिए आवश्यक है. खेलों के महत्व को देखते हुए ही देश की सरकार ने भी खेल और खेल के क्षेत्र में कई योजनाएं व पहल शुरू की हैं. इनके बारे में तुम्हें भी जानना चाहिए, ताकि इनकी सहायता लेकर तुम भी खेल के क्षेत्र में अपने सपने आसानी से पूरे कर सको.

फिट इंडिया मूवमेंट

खेल में सफल होने के लिए फिटनेस पहली शर्त है. यही वजह रही कि वर्ष 2019 में राष्ट्रीय खेल दिवस के ही दिन इस मूवमेंट की शुरुआत की गयी थी. इसके तहत एक ‘फिट इंडिया एप’ भी लॉन्च किया गया है. इस एप में कई खेलों व प्रतियोगिताओं में भाग लेने की जानकारी भी दी गयी है. इसमें हर दिन तुम्हारी आयु, लंबाई व वजन के हिसाब से चलने, सोने, पानी पीने व कैलोरी खपत करने का विवरण भी बताया जाता है. कुल मिलाकर यह एप तुम्हें सक्रिय रहने में मदद करता है.

खेलो इंडिया योजना

खेल में किशोरों व युवाओं की हिस्सेदारी को बढ़ाने के लिए राजीव गांधी खेल अभियान, अर्बन स्पोर्ट्स इन्फ्रास्ट्रक्चर स्कीम और नेशनल स्पोर्ट्स टैलेंट सर्च स्कीम को मिला कर खेलो इंडिया योजना लॉन्च की गयी. इस कार्यक्रम में 21 खेलों को शामिल किया गया है. ‘kheloindia.gov.in’ वेबसाइट पर 16 लाख से ज्यादा लोग खेलो इंडिया के लिए शपथ ले चुके हैं. स्कूल/कॉलेज/यूनिवर्सिटी स्तर में पढ़नेवाले छात्र ऑफलाइन या ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के जरिये खेलो इंडिया द्वारा आयोजित होने वाले प्रतियोगिताओं में भाग ले सकते हैं. आवेदन करने वाले खिलाड़ियों की आयु 10 से 18 वर्ष के बीच में होनी अनिवार्य है.

खेल प्रतिभा खोज पोर्टल

तुममें से कई ऐसे भी होगे, जिनका खेल में प्रतिभाशाली रिकॉर्ड रहा होगा. इसके बावजूद कई वजहों से तुम्हें सही अवसर नहीं मिल पाये होंगे. ऐसे युवा खिलाड़ियों को अपनी सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा को प्रदर्शित करने के लिए ही खेल प्रतिभा खोज पोर्टल लॉन्च कर अवसर दिया गया है. ‘nationalsportstalenthunt.com’ पोर्टल युवाओं को अपनी उपलब्धियों को अपलोड करने की अनुमति देता है. शॉर्टलिस्ट किये गये आवेदकों को फिर ट्रायल के लिए बुलाया जाता है. उनमें से योग्य खिलाड़ियों को फिर स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एसएआइ) की खेल योजनाओं में भाग लेने का मौका मिलता है.

टारगेट ओलिंपिक पोडियम योजना

टारगेट ओलिंपिक पोडियम योजना की शुरुआत वर्ष 2014 में राष्ट्रीय खेल विकास कोष के तहत हुई थी. इसका लक्ष्य ओलिंपिक खेलों में पदक जीतने की संभावना रखने वाले एथलीटों की पहचान कर उन्हें ओलिंपिक की तैयारी के लिए समर्थन तथा सहायता देना है. ऐसे खेल, जिनमें भारत की ओलिंपिक में पदक जीतने की संभावना है, उनको उच्च प्राथमिकता वाले खेलों की सूची में रखा गया है. इनमें एथलेटिक्स, बैडमिंटन, हॉकी, शूटिंग, टेनिस, भारोत्तोलन, कुश्ती, तीरंदाजी और मुक्केबाजी शामिल हैं.

खेल में भाग लेने से होंगे तुम्हें कई फायदे

  • टीमवर्क का महत्व सीख सकोगे

  • मस्तिष्क का विकास भी होगा

  • बेहतर शारीरिक विकास होगा

  • आलस्य दूर भागेगा व हमेशा शरीर में ऊर्जा का एहसास होगा

  • प्रतियोगिता की भावना विकसित होगी, जो जीवन में तुम्हें बेहतर करने को प्रेरित करती रहेगी

  • खेल भावना तुम्हें एक अच्छा इंसान बनने में भी मदद करेगी

कवर स्टोरी, विवेकानंद सिंह

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