Loading election data...

E-Learning Platform: छात्रों को पेशेवर मजबूती दे रहे ये ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म

E-Learning Platform: ऑनलाइन लर्निंग को बढ़ावा देते हुए भारत सरकार ने ऐसे कई ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म लांच किये हैं, जिनकी मदद से छात्र नि:शुल्क ऑनलाइन शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं. जानें इन प्लेटफॉर्म्स के बारे में...

By Bimla Kumari | November 19, 2022 8:21 AM

E-Learning Platform: ऑनलाइन लर्निंग को बढ़ावा देते हुए भारत सरकार ने ऐसे कई ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म लांच किये हैं, जिनकी मदद से छात्र नि:शुल्क ऑनलाइन शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं. जानें इन प्लेटफॉर्म्स के बारे में…

कार्यक्षेत्र में होने वाले परिवर्तनों के बीच छात्र एवं प्रोफेशनल्स दोनों के लिए स्किल डेवलपमेंट पर जोर देना जरूरी हो गया है. ऑनलाइन लर्निंग के मौजूदा दौर में स्किल्स डेवलपमेंट के लिए ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म काफी लोकप्रिय हो रहे हैं. लेकिन, ऐसे भी कई युवा हैं, जिनके लिए आर्थिक परिस्थितियों के चलते महंगी फीस वाले ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म पर एनरोलमेंट करा पाना मुश्किल हो जाता है. छात्रों एवं प्रोफेशनल्स की जरूरत को देखते हुए भारत सरकार ने ऐसे कई ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म तैयार किये हैं, जहां से युवा स्किल डेवलपमेंट से संबंधित शिक्षा निशुल्क प्राप्त कर सकते हैं.

स्वयं

इस प्लेटफॉर्म का मुख्य उद्देश्य ऐसे युवाओं को सीखने का शानदार अनुभव प्रदान करना है, जो अपने स्किल्स को निखार कर प्रोफेशन में आगे बढ़ना चाहते हैं. इस प्लेटफॉर्म पर 4813 कोर्सेज कराये जा चुके हैं और वर्तमान सेमेस्टर में 600 से अधिक कोर्स चलाये जा रहे हैं. इनमें से कई कोर्स ऐसे हैं, जिन्हें पूरा करनेवाले छात्रों को गवर्नमेंट सर्टिफिकेट दिया जाता है. इस पोर्टल की कोर्स लिस्ट को दस श्रेणियों में बांटा गया है, जिसमें एआइसीटीइ-एनआइटीटीटी-पाठ्यक्रम, शिक्षण में वार्षिक रिफ्रेशर कार्यक्रम (एआरपीआइटी), वास्तुकला और योजना, शिक्षा, इंजीनियरिंग व प्रौद्योगिकी, मानविकी एवं कला, कानून, प्रबंधन एवं वाणिज्य, गणित और विज्ञान एवं स्कूल शामिल हैं. आप यहां विभिन्न भाषाओं में सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में हिस्सा ले सकते हैं. अधिक जानकारी के लिए देखें – swayam.gov.in

Also Read: Aviation Management: एविएशन मैनेजमेंट में दें करियर को उड़ान, ये हैं बेस्ट कॉलेज
दीक्षा

भारत सरकार के मानव संसाधन और विकास मंत्रालय (जो 2020 से शिक्षा मंत्रालय है) द्वारा इस पोर्टल को 5 सितंबर, 2017 में शुरू किया गया. दीक्षा पोर्टल को देश के शिक्षकों के लिए एक डिजिटल माध्यम के तौर पर लांच किया गया. शिक्षक यहां प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं, साथ ही इस पोर्टल पर कक्षा 1 से लेकर स्नातकोत्तर तक के छात्रों की पठन सामग्री भी उपलब्ध है. दीक्षा पोर्टल पर ई-बुक्स और ई-एजुकेशन कंटेंट का विशाल भंडार है. पोर्टल पर नियमित स्कूल पाठ्यक्रम के साथ एनसीईआरटी की पाठ्य पुस्तकें उपलब्ध हैं. यहां आप 15 भाषाओं-अंग्रेजी, बांग्ला, हिंदी, असमिया, गुजराती, कन्नड़, उर्दू, तेलुगू, तमिल, मलयालम, मराठी, ओड़िया, छतीसगढ़ी और सिंधी भाषाओं में पाठ्य सामग्री प्राप्त कर सकते हैं. एनसीईआरटी की कक्षा 1 से लेकर 10वीं तक की पाठ्य सामग्री क्यूआर कोड के साथ इस प्लेटफॉर्म पर मिल जायेगी. लॉकडाउन के बाद इस पोर्टल के प्रयोग में काफी बढ़ोतरी हुई है.

स्वयं प्रभा

मानव संसाधन विकास मंत्रालय और ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन ने माइक्रोसॉफ्ट कंपनी की मदद से इस प्लेटफॉर्म की शुरुआत की है. लगभग 2000 कोर्स के साथ यह ऑनलाइन प्लेटफार्म सभी लर्नर्स को फ्री एक्सेस प्रदान करता है और कक्षा 9 से पोस्ट ग्रेजुएशन तक के लिए कोर्स का संचालन करता है. यह 34 डीटीएच (डायरेक्ट टू होम) चैनल्स का समूह है, जो उच्च गुणवत्ता वाले प्रोग्राम्स को टेलीकास्ट करता है. छात्र 7×24 इस प्लेटफॉर्म का उपयोग कर सकते हैं. स्वयं प्रभा का कंटेंट और स्टडी मटेरियल नेशनल प्रोग्राम ऑन टेक्नोलॉजी एनहांस्ड लर्निंग, आईआईटी, यूजीसी, इग्नू, सीईसी, नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एनसीईआरटी) और नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग (एनआईओएस) तैयार करते हैं. यहां ग्रेजुएशन व पीजी लेवल के विभिन्न कोर्स उपलब्ध हैं.

ई-शोध सिंधु

भारत सरकार की मिनिस्ट्री ऑफ ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट ने भारत के तीन प्रमुख कंसोर्टियम्स-यूजीसी-इंफोनेट डिजिटल लाइब्रेरी कंसोर्टियम, एन-लिस्ट और आईएनडीईएसटी-एआईसीटीई कंसोर्टियम को मिलाकर ई-शोध सिंधु कंसोर्टियम को एक हायर एजुकेशन ई-रिसोर्स के रूप में लांच किया है. इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से आप 15 हजार से अधिक नये व आर्काइवल जर्नल्स को ऑनलाइन पढ़ सकते हैं. इस प्लेटफॉर्म के डेटाबेस में देश के विभिन्न कॉलेजों, यूनिवर्सिटीज और सीएफटीआईएस में पढ़ाये जाने वाले अधिकतर विषय उपलब्ध हैं. ई-शोध सिंधु कंसोर्टियम के कॉलेज संबंधी पार्ट-एन-लिस्ट में 65 सौ से अधिक जर्नल्स और 31,35000 से अधिक ई-बुक्स हैं, जो तीन हजार से अधिक कॉलेजों के लिए उपयोगी हैं. यह ई-रिसोर्स सभी एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस को सब्सक्रिप्शन के आधार पर ई-बुक्स और ई-जर्नल्स उपलब्ध करवाता है.

ई पीजी-पाठशाला

मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी), भारत सरकार द्वारा इस प्लेटफॉर्म की शुरुआत एमएचआरडी द्वारा आईसीटी (एनएमईआईसीटी) के माध्यम से नेशनल मिशन के तहत की गयी. यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (यूजीसी) इसका संचालन करता है. पोस्ट ग्रेजुएशन करने वाले छात्र इस प्लेटफॉर्म का भरपूर फायदा उठा सकते हैं. ई-पीजी पाठशाला के लिए देश-विदेश के 3200 से अधिक सब्जेक्ट/ कंटेंट मैटर एक्सपर्ट्स ने अपना योगदान दिया है. यहां आपको 20 हजार से अधिक ई-टेक्स्ट मिलेंगे. छात्रों के लिए 19 हजार से अधिक वीडियो उपलब्ध हैं. ई पीजी-पाठशाला में पोस्ट ग्रेजुएशन स्तर के लगभग 70 विषय संबंधी अनेक कोर्स, 30 हजार से अधिक क्विज एवं 723 ई-पेपर हैं. यह ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म भारत की मेम्बर यूनिवर्सिटीज, कॉलेजेस और टेक्निकल इंस्टीट्यूशंस में ई-रिसोर्सेज के ज्यादा-से-ज्यादा इस्तेमाल को बढ़ावा देता है.

जॉब के हैं अनेक विकल्प

एविएशन मैनेजमेंट युवाओं को योग्यता एवं रुचि के अनुसार अच्छा वेतन देनेवाले विभिन्न पदों पर करियर बनाने का मौका देता है. इनमें से प्रमुख पद हैं –

एयरपोर्ट मैनेजर

ये प्रोफेशनल्स पब्लिक एवं प्राइवेट एयरपोर्ट व हेलीपोर्ट पर मैनेजमेंट का काम देखते हैं. टिकट्स की टेस्टिंग व मेंटेनेंस का सुपरविजन, सिक्योरिटी सिस्टम व अन्य टेक्नोलॉजी का मैनेजमेंट और पर्यवेक्षण, एयरपोर्ट के लिए तैयार की गयी पॉलिसी व प्रक्रियाओं के अनुपालन की निगरानी, एयरलाइन के संचालन को प्रबंधित करने के लिए क्रू व एयरक्राफ्ट शेड्यूलिंग जैसे काम इनकी जिम्मेदारी में शामिल होते हैं.

एयरपोर्ट ऑपरेशन मैनेजर

एक एयरपोर्ट मैनेजर एयरपोर्ट के संचालन और निर्देशन के लिए जिम्मेदार होता है, जबकि एयरपोर्ट ऑपरेशंस मैनेजर एयरपोर्ट के डेली ऑपरेशंस की निगरानी करता है. उसे यह सुनिश्चित करना होता है कि एयरपोर्ट प्लानिंग के अनुसार काम कर रहा है या नहीं और सभी ऑपरेशंस निर्धारित नियमों और नीतियों के अनुपालन कर रहे हैं या नहीं. इसके लिए एयरपोर्ट ऑपरेशंस मैनेजर को हर दिन एयरपोर्ट के विभिन्न डिपार्टमेंट व टीमों जैसे-पायलट, एमजरजेंसी क्रू, सिक्योरिटी पर्सनल, एयर टैफिक कंट्रोल आदि से कोऑर्डिनेट करना होता है.

एयर होस्टेस व फ्लाइट स्टुअर्ड

यात्रियों की आरामदायक और सुरक्षित यात्रा के लिए विमान में एयर होस्टेस/ फ्लाइट स्टुअर्ड होते हैं, जो यात्रियों को सुरक्षा निर्देश देने, रिफ्रेशमेंट और खाना उपलब्ध कराने, जरूरत पड़ने पर यात्री को प्राथमिक चिकित्सा देने आदि की जिम्मेदारी निभाते हैं. आपको अगर हॉस्पिटैलिटी पसंद है, तो यह जॉब आपके लिए अच्छी रहेगी.

एयरपोर्ट ग्राउंड ड्यूटी स्टाफ

ग्राउंड स्टाफ एयरपोर्ट पर काम करते हैं. यात्रियों की समान को फ्लाइट में डालने से लेकर उसे उतारने तक का काम एयरलाइन ग्राउंड स्टाफ का होता है. इसके अलावा ये पहली बार यात्रा कर रहे यात्रियों की मदद करने, यात्रियों को विमान की देरी के बारे में बताने, यात्रियों की टिकट को चेक करने, विमान में ईंधन को चेक करने जैसी जिम्मेदारियां भी निभाते हैं.

एयर कार्गो मैनेजर

इन्हें एयर फ्रेट मैनेजर भी कहा जाता है. एयरलाइन कंपनी के गुड्स डिलीवरी डिपार्टमेंट में माल की लोडिंग, स्टोरेज और अनलोडिंग की देखरेख करना इनका काम है.

Next Article

Exit mobile version