यूजीसी के आंकड़ों से पता चलता है कि ऑनलाइन शिक्षा के लिए नामांकन में 170% की वृद्धि हुई है जबकि Open and Distance Learning नामांकन में 2020-21 से 41.7% की वृद्धि हुई है. डेटा ऑनलाइन बीबीए और एमबीए की बढ़ती लोकप्रियता पर भी प्रकाश डालता है. ऑनलाइन पाठ्यक्रमों में नामांकन बड़े पैमाने पर शहरी छात्रों और पेशेवरों से हुआ है और ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों को इसे चुनने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए.
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार बीबीए 2021-22 में 13,764 पंजीकरण के साथ सबसे लोकप्रिय ऑनलाइन यूजी पाठ्यक्रम के रूप में उभर कर सामने आया. कोर्स के बाद 5,166 नामांकन के साथ बीसीए और 4,028 नामांकन के साथ बीए है. स्नातकोत्तर स्तर पर एमबीए 28,956 नामांकन के साथ सबसे लोकप्रिय ऑनलाइन पाठ्यक्रम है, इसके बाद 5,430 नामांकन के साथ एमसीए और 3,300 नामांकन के साथ मास्टर ऑफ कॉमर्स है.
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नयनतारा पाधी, कार्यक्रम समन्वयक, एमबीए, इग्नू, का कहना है कि पिछले तीन वर्षों में MBA ODL कार्यक्रम में नामांकन की संख्या में 150% की वृद्धि हुई है, जबकि BBA में नामांकन में 20-30% की वृद्धि हुई है. हालांकि यह संख्या अभी भी ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों के नामांकन के मामले में कम जरूर है, क्योंकि इग्नू में शहरी क्षेत्रों के छात्रों के पक्ष में 76:24 का अनुपात है. संस्थान के निदेशक आरसी मिश्रा का कहना है कि स्कूल ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज एंड कॉमर्स, उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय, हल्द्वानी में, ऑनलाइन एमबीए पाठ्यक्रम में लगभग 70% छात्र अर्ध-शहरी क्षेत्रों से हैं, जबकि शेष शहरी क्षेत्रों से हैं.
राजीव कुमार शुक्ला, प्रोफेसर, स्कूल ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज, इग्नू कहते हैं, “ओडीएल एमबीए प्रोग्राम हमारा प्रमुख पाठ्यक्रम है, जो हमेशा लोकप्रिय रहा है. जनवरी 2022 में यूजीसी ने ऑनलाइन एमबीए पाठ्यक्रमों की लोकप्रियता को बढ़ाते हुए ऑनलाइन और ओडीएल पाठ्यक्रमों को बराबर कर दिया है.
ऑनलाइन एमबीए एक प्रमुख उद्देश्य की पूर्ति करेगा यदि यह ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों को आकर्षित करता है. “2012 में, हमने हिंदी में MBA की शुरुआत की, जिसके बाद ग्रामीण क्षेत्रों से हमारे नामांकन में बड़े पैमाने पर वृद्धि हुई. हिंदी में किताबों की कमी और परीक्षार्थियों की परीक्षा के प्रश्नपत्र सेट करने और उत्तर पुस्तिकाएं हिंदी में जांचने की झिझक ने हमें दो साल बाद हिंदी एमबीए प्रोग्राम बंद करने पर मजबूर कर दिया. हमने महसूस किया है, कि अगर हम भाषा की बाधा को तोड़ते हैं तो ग्रामीण छात्र ऑनलाइन एमबीए में शामिल होंगे.”