IIT JEE preparation Tips: IIT JEE निस्संदेह सबसे चुनौतीपूर्ण परीक्षाओं में से एक है, इसके लिए छात्रों को स्कूल के बाद कड़ी मेहनत करने का समय आता है. यह एक ऐसी परीक्षा है जिसमें पूरी लगन के साथ स्मार्टनेस की आवश्यकता होती है. आईआईटी में कुछ हजार सीटों के लिए हर साल लगभग 10 लाख छात्र जेईई मेन्स के लिए रजिस्ट्रेशन कराते हैं.
जेईई मेन्स के पहले चरण में चयनित होने वाले छात्र जेईई एडवांस्ड में बैठने के पात्र होते हैं. यह एक लंबी प्रक्रिया है, जिसके लिए कई स्क्रीनिंग चरणों की आवश्यकता होती है. जो उम्मीदवार भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) में प्रवेश लेना चाहते हैं, उन्हें परीक्षा में शामिल होने से पहले अच्छी तरह से तैयार होना चाहिए. ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (JEE) की तैयारी 10वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा पास करने के बाद शुरू हो जाती है. अपनी इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त करने का लक्ष्य रखने वाले छात्रों को कक्षा 11 में विज्ञान का विकल्प चुनना चाहिए. यह एक छात्र के जीवन में एक महत्वपूर्ण मोड़ है, कक्षा 12 के पाठ्यक्रम में सिखाई गई अवधारणा केवल कक्षा 11 में आपने जो सीखा है उसका एक विस्तार है. इसलिए, यदि आप JEE के माध्यम से इसे बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, तो जल्दी शुरू करें.
आइए जानें कि कक्षा 11 से आईआईटी जेईई की अच्छी तैयारी के लिए एक छात्र को क्या करना चाहिए
जेईई की तैयारी करने के लिए आपको पूरी लगन और मेहनत के साथ करना होगा. ऐसे में यह कहना अनिवार्य है कि आईआईटी में जाने के इच्छुक उम्मीदवारों को पढ़ाई से पहले सभी बातों की जानकारी होने के साथ पढ़ाई के लिए पूरी शेड्यूल तैयार करने की जरूरत है. जिससे आपको ये पता रहेगा कि आपको कब कैसे पढ़ाई करना है. हलांकि बिना मन के पढ़ाई करने से छात्रों को उस विषय को समझने में वक्त लगेगा. ऐसे में जरूरी है कि आप लगातार पढ़ाई करने से उब रहे हैं तो कुछ टाइम पढ़ाई को ब्रेक भी दें और मनोरंजन के लिए गेम खेल या जो रूची हो वो पहले करें.
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जेईई पाठ्यक्रम थोड़ी कठीन है. लेकिन आपको अपने लक्ष्यों के प्रति हमेशा स्मार्ट दृष्टिकोण अपनाना चाहिए. एसडब्ल्यूओटी विश्लेषण आपको अपनी ताकत, कमजोरी, खतरे और अवसर को समझने में मदद करता है. एक बार जब आप अपनी कमजोरियों के बारे में स्पष्ट विचार कर लेते हैं, तो आप जान जाते हैं कि आपको कहां अधिक काम करना है. यदि आप किसी विशेष विषय में अच्छे हैं, जैसे गणित, तो आप जानते हैं कि आप इसे अपनी ताकत के रूप में उपयोग कर सकते हैं और उस भाग में अधिकतम अंक प्राप्त कर सकते हैं.
एनसीईआरटी की किताबों से अपना कॉन्सेप्ट तैयार करना जेईई की तैयारी के लिए अपनी नींव तैयार करने का सबसे अच्छा तरीका है. लेकिन, अगर आप दस लाख छात्रों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं तो अकेले एनसीईआरटी पर्याप्त नहीं है. आपको अध्ययन सामग्री से मदद लेने की आवश्यकता है जो आपके पाठ्यक्रम को व्यापक रूप से कवर करती है.
इसमें कोई संदेह नहीं है कि स्कूल आपकी तैयारी शुरू करने के लिए सबसे अच्छी जगह है लेकिन यह पर्याप्त नहीं है. कोचिंग संस्थान छात्रों को अध्ययन सामग्री, योजना और नियमित संशोधन में मदद करते हैं. जेईई की तैयारी के लिए अपनी कोचिंग शुरू करने का सही समय ग्यारहवीं कक्षा है. यह वह समय है जब आपको गणित, भौतिकी और रसायन विज्ञान में नई और पेचीदा अवधारणाओं से परिचित कराया जाता है. एक अच्छा कोचिंग संस्थान कठिन अवधारणाओं को सरल तरीकों से समझने में आपकी सहायता करेगा. नियमित विषय-वार परीक्षणों के साथ वे सुनिश्चित करते हैं कि आप सीमित समय सीमा के भीतर विभिन्न प्रकार के प्रश्नों को हल करने में सक्षम हैं.
जेईई की तैयारी के दौरान सबसे चुनौतीपूर्ण हिस्सा प्रेरित और सुसंगत रहना है. एक स्कूल जाने वाले छात्र के लिए, दिन-ब-दिन एक शेड्यूल बनाए रखना मुश्किल होता है. जब भी आपको हार मानने का मन करे तो याद रखें कि अगर आप हार मान लेते हैं तो आपके लक्ष्य कभी पूरे नहीं होंगे.