IBPS RRB PO Final Result 2022: आरआरबी का प्रोविजनल रिजल्ट जारी, ऐसे देखें अपना परिणाम
IBPS RRB PO Final Result 2022: इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग पर्सोनेल सेलेक्शन ने आईबीपीएस आरआरबी परीक्षा 2022 का प्रोविजनल रिजल्ट जारी कर दिया है. छात्र ऑफिशियल वेबसाइट ibps.in पर जाकर अपना परिणाम देख सकते हैं.
IBPS RRB PO Final Result 2022: आईबीपीएस आरआरबी रिजल्ट 2022 की प्रोविजनल लिस्ट कार्यालय सहायक, अधिकारी स्केल I, II और III पदों के लिए जारी की गई है. प्रोविजनल लिस्ट 1 जनवरी से 31 जनवरी, 2023 तक आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध रहेगी.
रिजल्ट चेक करने के लिए ये स्टेप्स फॉलो करें
नतीजे देखने के लिए सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं यानी ibps.in पर.
यहां होमपेज पर आईबीपीएस आरआरबी रिजल्ट 2022 प्रोविजनल एलॉटमेंट लिस्ट नाम का लिंक दिया होगा. उस पर क्लिक करें.
ऐसा करते ही एक नया पेज खुलेगा इस पेज पर आपको अपने लॉगिन डिटेल्स डालने होंगे. डिटेल डालें और सबमिट का बटन दबा दें.
ऐसा करते ही आपका रिजल्ट कंप्यूटर स्क्रीन पर दिख जाएगा.
यहां से इसे चेक करें, डाउनलोड करें और चाहें तो प्रिंट भी निकाल सकते हैं.
ये प्रिंट संभालकर रख लें, ये आगे काम आएगा.
परीक्षा से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए केवल आधिकारिक वेबसाइट पर ही जाएं.
ये भी जान लें कि वे कैंडिडेट्स जिनका नाम प्रोविजनल एलॉटेड लिस्ट या रिजर्व लिस्ट में नहीं है उन्हें सीआरपी आरआरबी – XI के आगे के प्रॉसेस का हिस्सा नहीं बनाया जाएगा.
ऐसे अभ्यर्थियों को नहीं मिलेगा मौका
बता दें कि जिन उम्मीदवारों का प्रोविजनल लिस्ट या रिजर्व लिस्ट में नाम नहीं है उन्हें सीआरपी आरआरबी-इलेवन के तहत किसी भी आगे की प्रक्रिया में शामिल नहीं किया जाएगा. इससे जुड़ें अधिक संबंधित विवरण के लिए उम्मीदवार आईबीपीएस की आधिकारिक साइट देख सकते हैं.
जानें क्या है ग्रामीण बैंक
क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (RRB) की स्थापना 26 सितंबर, 1975 को प्रख्यापित अध्यादेश और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक अधिनियम, 1976 के प्रावधानों के तहत वर्ष 1975 में की गई थी. क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक वित्तीय संस्थान हैं जो कृषि और अन्य ग्रामीण क्षेत्रों के लिये पर्याप्त ऋण सुनिश्चित करते हैं. क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक ग्रामीण समस्याओं से परिचित होने के साथ सहकारी विशेषताओं और वाणिज्यिक बैंक की व्यावसायिक एवं वित्तीय संसाधनों को जुटाने की क्षमता का विस्तार करतें हैं. वर्ष 1990 के दशक में सुधारों के बाद सरकार ने वर्ष 2005-06 में समेकन कार्यक्रम शुरू किया जिसके परिणामस्वरूप RRB की संख्या वर्ष 2005 में 196 से घटकर वित्त वर्ष 2021 में 43 हो गई और इन 43 RRBs में से 30 ने शुद्ध लाभ प्रदान किये.