समाज में शिक्षा के प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से 1999 में आईईएस(IES) समूह एवं आईईएस प्रोमोटिंग बॉडी इन्फोटेक एजुकेशन सोसाइटी की स्थापना की गयी थी. इस समूह ने 2005 में आईईएस कॉलेज ऑफ एजुकेशन शुरू किया. यहां 2007 में इंजीनियरिंग एवं टेक्निकल कोर्सेज शुरू किये गये. 2015 में समूह ने पहली से बारहवीं कक्षा तक सीबीएसई से मान्यता प्राप्त आईईएस पब्लिक स्कूल शुरू किया. आइइएस समूह ने 2019 में मध्य प्रदेश में प्राइवेट यूनिवर्सिटी की स्थापना की, जिसमें विभिन्न संकायों, जैसे इंजीनियरिंग, फार्मेसी, नर्सिंग, पैरामेडिकल, एग्रीकल्चरल, मैनेजमेंट, होटल मैनेजमेंट, पत्रकारिता, लाइफ साइंस, एजुकेशन आदि के कोर्सेज संचालित किये जाते हैं. वर्तमान में इसके कॉलेज और यूनिवर्सिटी में 12000 छात्र अध्ययनरत हैं.
आईईएस समूह की खासियत, जो इसे औरों से अलग बनाती है?
आईईएस(IES) यूनिवर्सिटी की स्थापना 2019 में हुई, जबकि कॉलेज 2005 से चल रहा है. शिक्षा में लिमिटेशन को दूर करने एवं छात्रों को इंडस्ट्री के अनुरूप तैयार करने के उद्देश्य से यूनिवर्सिटी की स्थापना की गयी. हमारे यहां जितने भी पाठ्यक्रम हैं, उनके सिलेबस में इंडस्ट्री के अनुरूप प्रैक्टिकल एवं व्यावहारिक शिक्षा उपलब्ध कराने में समूह काफी हद तक सफल रहा है. हमारे छात्र लगातार मोस (एमओओसी) कोर्सेज एवं ऑनलाइन कोर्सेज एनपीटीइएल आदि कर रहे हैं. समूह के आइइएस कॉलेज ऑफ एजुकेशन को नेशनल बोर्ड ऑफ एकक्रेडिटेशन द्वारा अधिमान्यता दी गयी है. देश में मात्र 5 प्रतिशत इंजीनियरिंग कॉलेजों को ही यह उपलब्धि हासिल है.
IES यूनिवर्सिटी की अब तक की क्या उपलब्धियां रही हैं?
IES यूनिवर्सिटी के छात्र एवं फैकल्टी मेंबर शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए पुरस्कृत होते रहे हैं. हाल में एसोचैम ने दिल्ली में सेंट्रल इंडिया की यूनिवर्सिटी ऑफ द ईयर से सम्मानित किया. मिनिस्ट्री ऑफ एजुकेशन के इनोवेशन सेल के माध्यम से समूह को अटल इनोवेशन रैंकिंग भी प्राप्त हुई. हाल ही में भोपाल जिले में समूह के पब्लिक स्कूल को स्वच्छता के लिए 5 रेटिंग प्राप्त हुई है.
आइइएस समूह में जरूरी शैक्षणिक सुविधाएं कैसी हैं?
कोविड के बाद ऑनलाइन एजुकेशन का महत्व काफी बढ़ गया है, जिसमें ब्लेंडेड मोड ऑनलाइन एवं ऑफलाइन शिक्षा का समावेश है. आइइएस यूनिवर्सिटी में भी लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम के माध्यम से छात्रों को एक्सपर्ट द्वारा ब्लेंडेड मोड में लगातार अच्छी शिक्षा दी जा रही है. इसके लिए यूजीसी और भारत सरकार की नियमावली का अनुसरण किया जाता है.
छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए क्या कर रहे हैं?
रेगुलर टीचिंग लर्निंग प्रोसेस के आलावा बहुत सारी को-करिकुलर एक्टिविटीज एवं एकेडमिक एक्टिविटी पर जोर दिया गया. रोजगार मूलक कोडिंग की लर्निंग, ट्रेनिंग एवं नयी टेक्नोलॉजी सीखने पर काम किया गया है. देश की टॉप कंपनियों, जैसे हेग्जवेयर, टेक्नो आदि द्वारा एक्सीलेंस की भी व्यवस्था की गयी है. स्किल डेवलपमेंट के लिए हरियाणा सरकार की पहली स्किल आधारित यूनिवर्सिटी विश्वकर्मा यूनिवर्सिटी के साथ एमओयू किया गया. एमपीसीएसटी के साथ एमओयू किया गया है.
आइइएस समूह का प्लेसमेंट रिकॉर्ड कैसा है?
वर्ष 2022 इंजीनियरिंग बैच के अधिकांश योग्य छात्रों का प्लेसमेंट हो चुका है. पॉलिटेक्निक के भी लगभग सभी छात्रों का प्लेसमेंट हो गया है. मैनेजमेंट, कंप्यूटर एप्लीकेशन, फार्मेसी के छात्रों का भी प्लेसमेंट हुआ है. छात्रों को इंटर्नशिप की सुविधा भी उपलब्ध करायी गयी. आइइएस फाउंडेशन ने इन्क्यूबेशन एवं स्टार्टअप सेल की भी स्थापना की है, जो नौकरी की बजाय, खुद का स्टार्टअप शुरू करने की इच्छा रखने वाले छात्रों को आइडिया कैसे तैयार करें, फंडिंग कैसे प्राप्त करें, इसकी जानकारी एवं प्रशिक्षण देता है.
आगामी विजन एवं मिशन क्या है ?
IES यूनिवर्सिटी का विजन है बच्चों को उचित फीस के साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले. गुणवत्ता के बहुत सारे मापदंड हैं. पूर्व में संस्था के कुछ कॉलेज नैक एवं एनबीए द्वारा एक्रेडिटेड हैं. हम विभिन्न तरीके के एकक्रेडिटेशन पर काम कर रहे हैं.