JEE Main 2021 Result: जेईई मेन में पहली बार 300 में से 300 अंक हासिल कर काव्या (Kavya Chopra) चोपड़ा ने इतिहास रचा है. काव्या पहली छात्रा हैं, जिन्होंने इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा (JEE) में 100 पर्सेंटाइल हासिल किए हैं. वह आईआईटी मुंबई (IIT Mumbai) से कम्प्यूटर साइंस में बीटेक (B.Tech in Computer Science) करना चाहती हैं. प्रभात खबर (Prabhat Khabar) से विशेष बातचीत में उन्होंने कहा कि मैंने फरवरी अटेम्प्ट में 99.97 पर्सेंटाइल स्कोर किया थे लेकिन मेरा टारगेट 99.98 पर्सेंटाइल से ज्यादा स्कोर करने का था. इसी कारण फिर मैंने जेईई मेन मार्च अटैम्प्ट किया.
काव्या ने कहा, पहले अटैम्प्ट में फिजिक्स और कैमेस्ट्री पर ज्यादा फोकस किया था, फिर भी कैमेस्ट्री में कम मार्क्स आए थे. इसके बाद मैंने 15 दिनों के अंतराल में कैमेस्ट्री पर ज्यादा ध्यान दिया और मार्च अटैम्प्ट दिया. आज रिजल्ट के बाद खुशी है.
काव्या ने बताया कि उन्होंने 10वीं में 97.6 प्रतिशत अंकों से उत्तीर्ण की है. 11वीं कक्षा में एनएसइए और 9वीं कक्षा से लगातार आरएमओ (रीजनल मैथ्स ओलंपियाड ) क्वालिफाइड किया. उनके मुताबिक, 10वीं कक्षा में आइएनजेएसओ (इंडियन जूनियर साइंस ओलंपियाड) क्वालिफाइड करने के बाद होमी जहांगीर भाभा सेंटर, मुम्बई में आयोजित कैम्प में शामिल हुई. आईओक्यूपी, आईओक्यूसी और आईओक्यूएम तीनों क्वालिफाइड कर लिया है.
काव्या ने कहा- मैं रोजाना 7-8 घंटे सेल्फ स्टडी करती हूं और तीनों सब्जेक्ट्स को बराबर समय देती हूं. कोटा जैसा माहौल, बेस्ट पीयर ग्रुप और कम्पीटिशन देश में कहीं नहीं है, इसलिए मैंने जेईई की तैयारी के लिए कोटा आने का फैसला लिया. एलन कोचिंग में अनुभवी फैकल्टीज हैं जो पूरा सपोर्ट करते हैं. भविष्य में आईआईटी मुम्बई सीएस ब्रांच से बीटेक करने के बाद सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने का चाहत रखने वाली काव्या का परिवार मूलरूप से दिल्ली में निवास करता है.
काव्या ने बताया कि पिता इंजीनियर हैं तो मेरी भी रूचि इंजीनियरिंग में थी. मैथ्स और फिजिक्स पसंद है इसलिए जेईई में जाना तय किया. गौरतलब है कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा बुधवार देर रात जेईई मेन मार्च 2021 का रिजल्ट जारी कर दिया. काव्या के साथ ही साथ ही कई अन्य विद्यार्थियों ने 100 पर्सेंटाइल में जगह बनायी है. काव्या ने दिल्ली स्टेट भी टॉप किया है. काव्या के पिता विकास चोपड़ा सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं जबकि मां शिखा चोपड़ा स्कूल टीचर हैं.
Posted By: Utpal Kant